Andhra pradesh Tirupati: आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में बुधवार को वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट केंद्रों के पास भगदड़ मचने से छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई। जिसमें महिला और पुरुष शामिल हैं। जबकि कई लोगों के घायल होने की सूचना है।

सुबह से ही हजारों श्रद्धालु वैकुंठ द्वार दर्शन टोकन के लिए तिरुपति के विभिन्न टिकट केंद्रों पर कतार में खड़े थे। यह घटना उस समय हुई जब श्रद्धालुओं को बैरागी पट्टीडा पार्क में कतार में लगने की अनुमति दी गई थी। वैकुंठ द्वार दर्शन दस दिन के लिए खोले गए हैं, जिसके चलते टोकन के लिए हजारों की संख्या में लोग जुट रहे हैं। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने वैकुंठ एकादशी 2025 के लिए ऑनलाइन बुकिंग और टिकट जारी करना शुरू कर दिया था।

मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की, अधिकारियों से व्यवस्था पर सवाल किए

मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने डीजीपी, टीटीडी ईओ, जिला कलेक्टर और एसपी के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। जानमाल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए, सीएम ने एहतियाती उपायों की विफलता पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने अधिकारियों से सवाल किया कि बड़ी संख्या में भक्तों के आने की जानकारी होने के बावजूद पर्याप्त व्यवस्था क्यों नहीं की गई? क्या ऐसी संवेदनशील स्थितियों के प्रबंधन में अत्यधिक सतर्कता और जिम्मेदारी सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण नहीं है?

बढ़ती मौतों से चिंतित सीएम ने अधिकारियों को घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवा प्रदान करने का निर्देश दिया। जिला अधिकारियों ने सीएम को चल रहे उपचार के बारे में जानकारी दी, और उन्होंने उन्हें आगे और जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया। सीएम ने टीटीडी अधिकारियों को टोकन वितरण काउंटरों के प्रबंधन का पुनर्मूल्यांकन करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का आदेश दिया। सीएम ने कहा की कि वह आज सुबह तिरुपति जाकर व्यक्तिगत रूप से घायलों से मिलेंगे और स्थिति का आकलन करेंगे।

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सीएम नायडू ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वह इस घटना में चार लोगों की मौत से बेहद दुखी हैं। यह घटना तब हुई जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु टोकन लेने के लिए एकत्र हुए थे। सीएम ने घटना में घायलों को दिए जा रहे उपचार के बारे में अधिकारियों से फोन पर बात की। सीएम समय-समय पर जिला और टीटीडी अधिकारियों से बात करके मौजूदा स्थिति से अवगत हैं। सीएम ने उच्च अधिकारियों को घटना स्थल पर जाकर राहत उपाय करने का आदेश दिया है…. ताकि घायलों को बेहतर उपचार मिल सके।

सरकार की ओर से जारी बयान में घायलों के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए हैं। गृह मंत्री अनिता ने तिरुपति जिले के एसपी सुब्बारायडू से फोन पर बात की और विस्तृत जानकारी ली। सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि मैं गृह मंत्री से रूइया अस्पताल के आपातकालीन सेवा विभाग में स्थिति को नियंत्रित करने का अनुरोध करता हूं। गृहमंत्री ने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के आदेश दिए हैं।

मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया- पीएम मोदी

पीएमओ की तरफ से कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को लेकर दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति में हुई भगदड़ से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द ही ठीक हो जाएं। आंध्र प्रदेश सरकार प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।

राहुल गांधी ने जताया दुख

तिरुपति भगदड़ पर लोकसभा नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी दुख जताया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि तिरुपति में हुई भगदड़ बेहद दुखद है। शोक संतृप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैं कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से इस कठिन समय में हर संभव सहायता प्रदान करने का आग्रह करता हूं।

पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी ने श्रद्धालुओं की मौत पर दुख जताया

आंध्र प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआरसीपी अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने भगदड़ में श्रद्धालुओं की दुखद मौत पर गहरा दुख और शोक व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की और सरकार से घायलों के लिए सर्वोत्तम चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने अस्पतालों में इलाज करा रहे घायल श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की।

10-19 जनवरी के लिए खोले गए वैकुंठ द्वार

एक दिन पहले ही तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के कार्यकारी अधिकारी (ईओ) जे श्यामला राव ने 10 से 19 जनवरी, 2025 तक आयोजित होने वाले वैकुंठ एकादशी और वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए विस्तृत व्यवस्थाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की थी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि आम तीर्थयात्रियों को वैकुंठ द्वार दर्शन प्रदान करना टीटीडी की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

राव ने घोषणा की थी कि टीटीडी ने इस अवधि के दौरान सात लाख भक्तों को समायोजित करने के लिए व्यापक व्यवस्था की है। उन्होंने बताया था कि वैकुंठ द्वार दस दिनों तक खुला रहेगा, जिसमें सभी तीर्थयात्रियों के लिए सुचारू और सुरक्षित दर्शन अनुभव सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न विशेष प्रोटोकॉल लागू होंगे। 10 जनवरी को दर्शन सुबह 4.30 बजे प्रोटोकॉल दर्शन से शुरू होगा, उसके बाद सुबह 8 बजे सर्व दर्शन होगा।

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