Andhra Pradesh Politics: आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (APCC) की नवनियुक्त अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने मंगलवार को राज्य का तूफानी दौरा किया। इस दौरे को विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस द्वारा शुरू किए जाने वाले जोरदार अभियान में से पहला माना जा रहा है।

शर्मिला ने रविवार को एपीसीसी प्रमुख का पदभार संभालने के तुरंत बाद अपने भाई और मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी पर निशाना साधा।शर्मिला ने उन पर राज्य को वित्तीय संकट में ले जाने का आरोप लगाया। साथ ही अपने दिवंगत पिता और पूर्व कांग्रेस सीएम वाई एस राजशेखर रेड्डी के नक्शेकदम पर चलने की बात कही। उनके पिता को वाईएसआर के नाम से भी जाना जाता है।

अपने नौ दिवसीय दौरे पर शर्मिला एक काफिले में यात्रा करेंगी और श्रीकाकुलम जिले के इच्छापुरम से वाईएसआर कडपा जिले के इडुपुलापाया तक राज्य के सभी 26 जिलों को कवर करेंगी। उन्होंने मंगलवार को पलासा से इच्छापुरम तक राज्य परिवहन की बस में यात्रा शुरू की। उनके साथ तेलंगाना प्रदेश समिति के पूर्व प्रमुख माणिकराव ठाकरे और पूर्व एपीसीसी अध्यक्ष गिदुगु रुद्र राजू और रघुवीरा रेड्डी भी हैं।

अपनी बहन को एपीसीसी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद पहली बार बोलते हुए जगन ने उन पर निशाना साधने के लिए तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू के कंधे का इस्तेमाल किया।

जगन मोहन रेड्डी ने कहा, ‘चंद्रबाबू नायडू के पास कई स्टार प्रचारक और समर्थक हैं। चंद्रबाबू के कुछ स्टार प्रचारक अब उस पार्टी (कांग्रेस) में हैं, जिसने आंध्र प्रदेश को विभाजित किया था… उनके कुछ समर्थक भाजपा में छिपे हुए हैं। चंद्रबाबू की भाभी भी उनकी स्टार प्रचारक और हमदर्द हैं। चंद्रबाबू की भाभी डी पुरंदेश्वरी आंध्र प्रदेश बीजेपी की प्रदेश अध्यक्ष हैं।’

जगन अनंतपुर जिले के उरावकोंडा में एक सार्वजनिक बैठक में बोल रहे थे, जहां उन्होंने मंगलवार को महिलाओं के लिए आसरा पेंशन का वितरण किया।

51 वर्षीय शर्मिला ने अतीत में अपने भाई जगन और सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के पक्ष में राज्य में कई दौरे और पदयात्राएं की हैं, लेकिन अब राज्य की बदली फिजा में वो इस यात्रा का उपयोग एक मजबूत प्रभुत्व वाले राज्य में अपने और कांग्रेस के लिए कुछ राजनीतिक जगह बनाने की उम्मीद कर रही होंगी। वाईएसआरसीपी और टीडीपी और जन सेना पार्टी के बीच गठबंधन है। इस बार वह कांग्रेस की किस्मत फिर से चमकाने की उम्मीद कर रही हैं।

राज्य के 26 जिलों में कांग्रेस नेताओं ने पहले से ही पूर्व वाईएसआर समर्थकों तक पहुंचना शुरू कर दिया है, जो कांग्रेस में लौटने के लिए अन्य दलों में शामिल हो गए हैं।

शर्मिला ने अपनी राज्यव्यापी यात्रा योजना की घोषणा करते हुए कहा, ‘यह सभी वाईएसआर वफादारों के लिए कांग्रेस में शामिल होने, या उस पार्टी में लौटने का समय है, जिसका नेतृत्व मेरे पिता ने तब किया था, जब वह एपीसीसी अध्यक्ष थे। वाईएसआर राज्यम को वापस लाने का समय आ गया है।’
अपने दौरे के दौरान शर्मिला 26 जिलों में से प्रत्येक में स्थानीय नेताओं के साथ समीक्षा बैठकें करेंगी और जमीनी स्तर पर कांग्रेस को फिर से जीवंत करने की योजना तैयार करेंगी।

एपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष जे गौतम ने कहा, ‘वह लोगों तक पहुंचने और छोटी बैठकें आयोजित करने के लिए तेलंगाना में की गई पदयात्रा के अपने अनुभव से लाभ उठाएंगी। अगले कुछ दिनों में हम उनकी राज्यव्यापी अभियान योजनाओं पर चर्चा करेंगे।

बता दें, शर्मिला का यह पहला राजनीतिक दौरा नहीं है। जून 2012 में जब केंद्रीय जांच ब्यूरो ने कथित तौर पर बदले के मामले में जगन को गिरफ्तार किया तो उन्होंने उप-चुनावों के लिए उनकी ओर से प्रचार किया था। उस वक्त अक्टूबर में उन्होंने अपने दम पर एक पदयात्रा शुरू की थी, जो वाईएसआर कडप्पा जिले में अपने पैतृक गांव इडुपुलापाया से श्रीकाकुलम जिले के इच्छापुरम तक लगभग 3,000 किमी पैदल चली थीं।

2019 के चुनावों से पहले शर्मिला वाईएसआरसीपी के समर्थन में आंध्र प्रदेश में 11 दिनों की बस यात्रा पर निकलीं थीं। शर्मिला की इस यात्रा ने लगभग 1,500 किलोमीटर की दूरी तय की थी।

मई 2019 में जगन के सत्ता में आने के बाद आंध्र प्रदेश में अपने लिए कोई राजनीतिक जगह नहीं मिलने पर वह अप्रैल 2021 में हैदराबाद चली गईं। 8 जुलाई को अपने पिता की जयंती पर वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की स्थापना की। 20 अक्टूबर, 2021 को उन्होंने तेलंगाना के 33 जिलों में पैदल मार्च (प्रजा प्रस्थानम यात्रा शुरू) किया। इस साल जनवरी की शुरुआत में उन्होंने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया।

कौन हैं वाईएस शर्मिला?

वाईएस शर्मिला आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी की बेटी और आंध्र प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी की छोटी बहन हैं। शर्मिला अपने भाई जगन से एक साल छोटी हैं और वह 51 साल की हैं।

शर्मिला का विवाह भाई अनिल कुमार से हुआ है, जो आंध्र प्रदेश में अपने धर्म प्रचार के लिए जाने जाते हैं। अनिल कुमार ने वाईएसआर की मृत्यु के बाद अपनी प्रचार गतिविधियों से ब्रेक ले लिया था और 2010 में इसे फिर से शुरू किया। शर्मिला के दो बच्चे हैं, जिनका नाम है राजा रेड्डी और अंजलि रेड्डी। शर्मिला के अपने भाई जगन से राजनीतिक रूप से तल्ख रिश्ते रहे हैं। शर्मिला अपने भाई के साथ ही वाईएसआर कांग्रेस पार्टी का हिस्सा थीं, मगर जुलाई 2021 में उन्होंने अपने रास्ते अलग कर लिए।