आंध्र प्रदेश सरकार ने पूर्व इंटलिजेंस चीफ एबी वेंकटस्वरा राव को देशद्रोह और अपने कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया। अफसरों के मुताबिक वह डीजीपी रैंक के अफसर हैं। उन पर आरोप है कि 2017 में अपने बेटे के फर्म के लिए कई करोड़ रुपए के घटिया स्तर के उपकरण इस्राइल से खरीदने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और पुलिस कर्मियों को खतरे में डालकर विदेशी रक्षा निर्माता कंपनी को कई सिक्योरिटी प्रोटाकॉल की जानकारी मुहैया कराई। अपने बचाव में उन्होंने आरोपों को गलत बताया और कहा कि जल्दी ही वह कानूनी कार्रवाई करेंगे, जिससे जनता को सच्चाई पता चल सके।

आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव नीलम साहनी ने आरोपों की जांच होने तक उनको निलंबित करने का आदेश जारी किया। आंध्र प्रदेश के डीजीपी गौतम सवांग ने प्राथमिक जांच में उन पर लगे आरोपों को सही बताया था। इसके बाद ही उन्हें निलंबित किया गया है। उन्हें बिना अनुमति विजयवाड़ा छोड़ने पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है।

सरकारी सूत्रों के अनुसार राव ने अपने बेटे चेतन साईं कृष्णा के स्वामित्व वाली मैसर्स अकासम एडवांस्ड सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को अवैध रूप से महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी और निगरानी अनुबंध देने के लिए एक इजरायली रक्षा उपकरण निर्माता मेसर्स आरटी इन्फ्लैटेबल्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर साठगांठ की। 25 करोड़ रुपए की लागत वाले अनुबंध में आरटी इनफ्लैटेबल्स की ओर से अकासम एडवांस्ड सिस्टम्स प्राथमिक बोलीदाता था।

सरकारी सूत्र ने बताया, “यह गंभीर लापरवाही और अनियमितता है। राव ने जानबूझकर ऐसा किया। यह राष्ट्र और राज्य के प्रति पूर्वनियोजित अपराध है।” मामले की जांच कर रहे एक अधिकारी ने बताया कि राव पर बिना अनुमति विदेशी रक्षा उपकरण निर्माता कंपनी को खुफिया जानकारी मुहैया कराने का आरोप है। ऐसे में उन पर आल इंडिया सर्विस रूल्स के तहत भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है।