आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति में भारतीय विज्ञान सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने मोहन भागवत की बात को दोहराया कि देश में प्रत्येक जोड़े को तीन बच्चे पैदा करने चाहिए, यह बहुत जरूरी है।
बता दें कि भारतीय विज्ञान सम्मेलन का सातवां संस्करण 26 से 29 दिसंबर तक तिरुपति स्थित राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित हो रहा है। इसी के उद्घाटन सत्र में आरएसएस प्रमुख मोहन भगवत और नायडू शामिल हुए।
‘हर दंपति के तीन बच्चे होने चाहिए’
एएनआई के मुताबिक, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा,”भारत से चार-पांच करोड़ लोग बाहर जाते हैं। आज आप किसी भी देश में जाते हैं, तो वहां सबसे अधिक प्रति व्यक्ति आय भारतीयों की होती है। जैसा कि आरएसएस के सरसंघसंचालक मोहन भागवत हमेशा कहते हैं कि देश में हर दंपति के तीन बच्चे होने चाहिए।
आगे नायडू ने कहा, “यह बहुत अहम है। अगर हम जनसंख्या पर ध्यान देंगे तो 2047 और उसके बाद के दशकों में भारत ही अग्रणी देश होगा।”
‘बच्चों को पढ़ाएं भारतीय सांस्कतिक विरासत‘
उन्होंने आगे कहा कि सुपरमैन से अधिक बलवान भगवान हनुमान हैं, आइरनमैन या बैटमैन से अधिक महान योद्धा अर्जुन थे। नायडू ने क्वांटम टेक्नोलॉजी पर बात करते हुए माता-पिता, शिक्षक और समाज से कहा कि वे अपने बच्चों और युवाओं को पश्चिमी सुपरहीरो की कहानियों के बजाय भारत के महाकाव्य और सांस्कृतिक विरासत के बारे में बताएं।
‘रामायण और महाभारत का पाठ पढ़ाएं’
उन्होंने कहा,”भगवान राम मर्यादा के प्रतीक हैं, वे राम राज्य के आदर्श शासन का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने लोगों से अपने बच्चों को हिंदू भगवान जैसे भगवान कृष्ण और भगवान शिव की महानता को बताएं और रामायण और महाभारत का पाठ पढ़ाएं।” आगे उन्होंने कहा कि ये महाकाव्य अवतार जैसी प्रसिद्ध फिल्मों से ज्यादा रोचक हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को अच्छाई और बुराई की कहानियों के पात्र जैसे बकासुर और कंस के बारे में बताना चाहिए। साथ ही उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री एनटी रामा राव की प्रसिद्ध पौराणिक कहानियों वाली फिल्मों के बारे में भी बात की।
‘भारत भविष्य में बनेगा ग्लोबल सुपरपावर’
इनोवेशन और रचनात्मक सोच के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत भविष्य में ग्लोबल सुपरपावर बनने की राह पर है।
यह भी पढ़ें: ‘SIR का दायरा निर्धारित करें, स्पष्ट करें कि यह नागरिकता से जुड़ा न हो…’, BJP की सहयोगी TDP ने EC को लिखा पत्र
