Andhra Pradesh Exit Poll: लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए भी वोटिंग हुई और अब एग्जिट पोल के नतीजे भी आ गए हैं। 175 विधायकों को चुनने के लिए आंध्र प्रदेश के लोगों ने 13 मई को मतदान किया था। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी 2024 के आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों में जीत हासिल कर सकती है। सेंटर फॉर पॉलिटिक्स एंड पॉलिसी स्टडीज ने 175 सदस्यीय आंध्र प्रदेश विधानसभा में वाईएसआरसीपी को 95-105 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है, जबकि टीडीपी-बीजेपी-जनसेना गठबंधन को 75-85 सीटें मिलने की उम्मीद है।
दो के मुताबिक वाईएसआर कांग्रेस की सत्ता में वापसी हो सकती है। आरा पोल स्ट्रैटेजीज प्राइवेट लिमिटेड ने भविष्यवाणी की है कि सत्तारूढ़ पार्टी 94-104 सीटें जीतकर सत्ता में बनी रहेगी। इसने कहा कि विपक्षी गठबंधन 71-81 विधानसभा सीटें जीत सकता है। आत्म साक्षी एसएएस ने भी जगन मोहन रेड्डी की पार्टी की जीत का अनुमान लगाया है और उसे 98-116 सीटें दी हैं। कुछ एग्जिट पोल में भी टीडीपी-बीजेपी-जनसेना गठबंधन की जीत का भी अनुमान लगाया है।
आंध्र प्रदेश में कई सर्वे में टीडीपी को भी बढ़त
पीपुल्स पल्स के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली टीडीपी को 95-110 विधानसभा सीटें मिलने की उम्मीद है, जबकि उसके सहयोगी जनसेना को 14-20 और भाजपा को 2-5 सीटें मिल सकती हैं। आंध्र प्रदेश विधानसभा और लोकसभा के लिए एक साथ चुनाव 13 मई को हुए थे। आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे 2024 के लोकसभा चुनाव नतीजों के साथ 4 जून को घोषित किए जाएंगे।
राज्य विधानसभा और लोकसभा के लिए एक साथ चुनाव 13 मई को हुए थे। 82.73 प्रतिशत मतदान हुआ था। विधानसभा चुनाव के लिए कुल 2,387 उम्मीदवार मैदान में हैं। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी (पुलिवेंदुला), टीडीपी अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू (कुप्पम), जन सेना प्रमुख पवन कल्याण (पीथापुरम) प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं।
2019 में क्या रहे थे परिणाम
2019 में वाईएसआरसीपी ने 49.95 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 175 विधानसभा सीटों में से 151 सीटें जीतकर शानदार जीत हासिल की। टीडीपी 39.17 प्रतिशत वोटों के साथ 23 सीटें हासिल कर सकी, जबकि शेष सीट जन सेना के खाते में गई। वाईएसआरसीपी ने 22 लोकसभा सीटें भी जीती थीं, जबकि शेष तीन टीडीपी के खाते में गईं। भाजपा और कांग्रेस दोनों विधानसभा और लोकसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाईं।