जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में चल रही मुठभेड़ में एक और जवान शहीद हो गया है। भारतीय सुरक्षाबलों का यह जवान गुरुवार को एनकाउंटर के दौरान जख्मी हो गया था। इस एनकाउंटर में बुधवार को शहीद हुए मेजर आशीष ढोंचक और कर्नल मनप्रीत सिंह के पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके आवास पर ले जाए गए। शुक्रवार दोपहर मेजर आशीष ढोंचक को अंतिम विदाई दी गई।
अभी भी एनकाउंटर जारी
अनंतनाग में मंगलवार रात को शुरू हुआ एनकाउंटर अभी भी जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों ने लश्कर के दो से तीन आतंकियों को घेरा हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि कोकेरनाग के गडोले के जंगलों में आतंकवादियों के सफाए के लिए इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भेजा गया है। आतंकवादी संभवत: पहाड़ों में बने एक प्राकृतिक गुफा में छिपे हुए हैं।
कश्मीर में दी गई हुमायूं भट्ट को अंतिम विदाई
जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट्ट को बुधवार रात अंतिम विदाई दी गई। उन्होंने अनंतनाग में चल रहे ऑपरेशन में अपना जीवन का बलिदान कर दिया। हुमायूं भट्ट को हुमहामा स्थित उनके घर के पास एक कब्रिस्तान में दफनाया गया जबकि मेजर आशीष का पार्थिव शरीर शुक्रवार सुबह पानीपत पहुंचा। एनकाउंटर में शहीद हुए कर्नल मनप्रीत सिंह (मोहाली के मुल्लांपुर में) के रहने वाले थे।
J&K में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है- कांग्रेस
कांग्रेस की जम्मू कश्मीर यूनिट के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला ने गुरुवार को PM नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह शर्मनाक है कि जब आतंकवादी सुरक्षाकर्मियों को मार रहे थे तब वह जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता का जश्न मना रहे थे। भल्ला ने जम्मू कश्मीर में सुरक्षा उपाय मजबूत किए जाने की आवश्यकता की कड़ी पैरवी की और आरोप लगाया कि कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है।
उन्होंने सेना तथा पुलिस के शहीद कर्मियों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं भी व्यक्त कीं। जम्मू कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए भल्ला ने कहा कि आतंकवाद की चुनौतियां हैं और भारतीय सेना के साथ लोग उनका सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “हम कंधे से कंधा मिलाकर उनका नैतिक समर्थन करने के लिए तैयार हैं। उनका मनोबल ऊंचा है और हमें यकीन है कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा ताकि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद का कोई नामो निशान न रहे।”