बिहार के बाहुबली आनंद मोहन सिंह (Anand Mohan Singh) की रिहाई के बाद नीतीश सरकार पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। आनंद मोहन को जिस डीएम जी कृष्णय्या की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था, अब उनकी बेटी पद्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। आनंद मोहन सिंह को गुरुवार सुबह ही जेल से रिहा किया गया।

प्राइवेट न्यूज चैनल एनडीटीवी से बातचीत में जी कृष्णय्या की बेटी पद्मा ने कहा, “मैं पीएम नरेंद्र मोदी जी से अनुरोध करूंगी- ऐसे लोगों को समाज में वापस नहीं आना चाहिए। मेरे पास इससे लड़ने की ताकत नहीं है… प्लीज ऐसा कानून लाएं जिससे बिहार या किसी और राज्य में ऐसे गैंगस्टर और माफिया खुलेआम न घूम सकें.’ कृपया स्थिति पर फिर से विचार करें।”

एनडीटीवी से बातचीत में पद्मा की आंखों में आंसू आ गए। न्यूज चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा, “अगर आप हमारे पिता के बारे में नहीं जानते तो कृपया बिहार के लोगों से पूछें। आज 29 साल बाद भी लोग इसके लिए लड़ने को तैयार हैं। ऐसा इसलिए नहीं है कि यह हमारे लिए इनाम है।”

बता दें कि साल 1994 में भीड़ के एक समूह ने तब गोपालगंज के डीएम पद पर तैनात जी कृष्णय्या की हत्या कर दी थी। डीएम जी कृष्णय्या की हत्या के बाद बाहुबली आनंद मोहन सिंह पर भीड़ को उकसाने के आरोप लगे। घटना के समय जी कृष्णय्या अपनी कार में सवार होकर उस रास्ते से जा रहे थे। भीड़ ने उनकी कार पर पथराव किया और उनकी गाड़ी से निकालकर पीट-पीटकर मार डाला।

आनंद मोहन सिंह उन दिनों लालू यादव के बड़े विरोधी माने जाते थे लेकिन आज आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद राजद के विधायक हैं। इस महीने की शुरुआत में ही नीतीश और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाली सरकार ने बिहार प्रिजन कानून को बदला है, जिसके बाद आनंद मोहन सिंह की रिहाई संभव हुई। आनंद मोहन सिंह की रिहाई को लेकर बीएसपी की मुखिया मायावती ने भी नीतीश सरकार पर सवाल उठाए हैं। इसके अलावा IAS एसोसिशन ने भी सरकार के फैसले पर नाराज़गी ज़ाहिर की है।