अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में नए नागरिकता कानून को लेकर हुए प्रदर्शन में घायल मोहम्मद तारिक को विश्वविद्यालय ने सहायक प्रोफेसर पद पर नियुक्त किया गया है। हालांकि, इस नियुक्ति पर अब सवाल उठने लगे हैं। बता दें कि 15 दिसंबर को सीएए के खिलाफ एएमयू के छात्रों ने मार्च निकाला था, जो बाद में हिंसक हो गया था। इसे नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी थीं। इस दौरान कई छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मानवीय आधार पर प्रोफेसर की नियुक्ति: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि मानवीयता को देखते हुए एएमयू वीसी ने रसायन विज्ञान विभाग में अनौपचारिक आधार पर सहायक प्रोफेसर के रूप में मोहम्मद तारिक को नियुक्त किया है। तारिक पीएचडी स्कॉलर है। साथ ही, वह नेट और जेआरएफ क्वालिफाइड हैं और इस पद के लिए योग्य हैं। बता दें कि हिंसा वाले दिन तारिक को हाथ पर गंभीर चोट लगी थी। इसे ध्यान में रखते हुए रसायन विज्ञान संकाय के साथ बातचीत करने के बाद उनकी नियुक्ति को अंतिम रूप दिया गया।
Hindi News Today, 23 December 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की तमाम खबरे पढ़ने के लिए क्लिक करे
काटनी पड़ीं चार उंगलियां: गौरतलब है कि 15 दिसंबर को एएमयू के बाब-ए-सैयद गेट से दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों के द्वारा सीएए के विरोध में एकजुटता मार्च निकाला गया था। इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि झड़प के दौरान आंसूगैस के गोले से तारिक के हाथ पर गंभीर चोट लग गई थी और उसकी 4 उंगलियां काटनी पड़ीं।
यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने दिया यह जवाब: अधिकारियों के अनुसार, विश्वविद्यालय को पता चला कि तारिक अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य हैं। साथ ही, उन्हें इलाज के लिए वित्तीय मदद की आवश्यकता होगी। ऐसे में विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा, “यह सहायता प्रदान करने का हमारा तरीका है।”