अमृतपाल सिंह की तलाश में जुटी पंजाब पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। कई दिन से फरार खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह का गनमैन तेजिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे गोरखा बाबा के नाम से भी जाना जाता है। वह अमृतपाल सिंह का बेहद करीबी था वह हमेशा सुरक्षा में तैनात रहता है। गोरखा बाबा का नाम अजनाला मामले में भी प्रमुख आरोपियों में शामिल है। पुलिस ने गोरखा बाबा के खिलाफ धारा 107/151 के तहत मामला दर्ज कर ये कार्रवाई की है। यह कार्रवाई लुधियाना की खन्ना पुलिस ने की है

गोरखा बाबा खन्ना के मलौद थाने के मंगेवाल गांव के रहने वाला है और उसे अमृतपाल का सबसे करीबी माना जाता था। वह अजनाला में पुलिस स्टेशन पर धावा बोलने के दौरान भी मौजूद था।

गोरखा बाबा की गिरफ्तारी से पहले लुधियाना पुलिस ने बुधवार को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था जो अमृतपाल के बेहद करीबी बताए जा रहे हैं। इनकी पहचान हनी सिंगला, गुरनाम सिंह, सिमरनप्रीत सिंह और हरप्रीत सिंह के रूप में हुई है।

पहले भी हो चुका है गिरफ्तार

गोरखा बाबा के खिलाफ पहले भी लड़ाई और शराब तस्करी का मामला दर्ज हैं। अमृतसर के अजनाला कांड में भी गोरखा बाबा के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। अजनाला में अमृतपाल सिंह ने हजारों समर्थकों के साथ अपने एक साथी को रिहा कराने की मांग के लिए धावा बोल दिया था। उसे पुलिस ने अपहरण और मारपीट के केस में गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस ने तूफान सिंह को रिहा कर दिया था। इस केस में पुलिस ने अमृतपाल और उसके सहयोगियों पर केस दर्ज किया था।

कई लोगों से पूछताछ कर रही पुलिस

 पंजाब पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है, लेकिन पुलिस अभी तक उस तक पहुंच नहीं सकी है। खुफिया एजेंसियों को शक है कि वह पाकिस्तान या नेपाल के रास्ते फरार हो सकता है, जिसके चलते अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर निगरानी बढ़ा दी गई है। कल यह बात भी सामने आई थी कि जिस दिन वह भागा था, उस दिन जालंधर के एक गुरुद्वारे में थोड़े समय के लिए वह रुका था।

इस मामले को लेकर पुलिस कई लोगों से पूछताछ कर रही है। इनमें अमृतपाल की पत्नी सहित कई लोगों के नाम दर्ज है।