बीजेपी अध्यक्ष और देश के गृह मंत्री अमित शाह को गुरूवार (24 अक्टूबर) को दो बड़े सरकारी समारोह में शामिल होना था लेकिन ऐन मौके पर उन्होंने समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया और आखिरकार अपना प्रस्तावित दौरा रद्द कर दिया। उनकी जगह उनके जूनियर मिनिस्टर जी किशन रेड्डी ने समारोह को संबोधित किया। दरअसल, अमित शाह आईटीबीपी के राइजिंग डे परेड में मुख्य अतिथि थे। इसके अलावा नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी (NIA) ने देशभर से एंटी टेररिज्म स्क्वॉड की एक कॉन्फ्रेन्स बुलाई थी, जिसे अमित शाह को संबोधित करना था लेकिन शाह ने ऐसा नहीं किया।

अमित शाह ने दौरा रद्द क्यों किया? इस पर किसी भी तरह की आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है लेकिन माना जा रहा है कि चुनावी नतीजों और रुझान की वजह से ही बीजेपी अध्यक्ष ने ऐन मौके पर अपना दौरा रद्द किया। बता दें कि हरियाणा विधान सभा चुनाव में पार्टी ने पहले के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन नहीं किया। पार्टी को बहुमत भी हासिल नहीं हो पाया और उसका स्कोर 40 सीटों पर सिमट कर रह गया, जबकि पीएम नरेंद्र मोदी और खुद अमित शाह ने हरियाणा में दर्जनभर से ज्यादा रैलियों को संबोधित किया था।

हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा के नतीजे आए हैं। बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है लेकिन हालात ऐसे रहे कि खट्टर सरकार के आठ मंत्री चुनाव हार गए। अब निर्दलियों के सहारे मनोहर लाल खट्टर की सरकार फिर से बन सकती है। पार्टी ने इसके लिए कोशिशें तेज कर दी हैं। कई निर्दलीय विधायकों से पार्टी संपर्क में है। कई तो दिल्ली पहुंच चुके हैं। उधर, महाराष्ट्र में बीजेपी-शिव सेना गठबंधन ने बहुमत हासिल कर लिया है और राज्य में फिर से गठबंधन की सरकार बनने जा रही है लेकिन बीजेपी ने वहां भी अपने लक्ष्य से कम सीटें जीती हैं। माना जा रहा है कि पार्टी के असंतोषजनक प्रदर्शन और भावी राजनीतिक रणनीति बनाने की वजह से अमित शाह ने दौरा रद्द कर दिया।