अविश्वास प्रस्ताव पर दूसरे दिन भी जोरदार चर्चा चल रही है। दूसरे दिन गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस अविश्वास प्रस्ताव पर अपने विचार रखे हैं।उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया है कि ये अविश्वास प्रस्ताव सिर्फ भ्रांति फैलाने के लिए लाया गया है। किसी ने भी अपने भाषण में सरकार की किसी कमी का जिक्र तक नहीं किया, ये प्रस्ताव सिर्फ गुमराह करने के लिए लेकर आया गया।

पीएम मोदी की तारीफ, यूपीए पर हमला

अमित शाह ने कहा कि देश की जनता ने पूर्ण बहुमत की सरकार देने का काम लगातार दो बार किया है। ये प्रधानमंत्री ऐसे हैं जो आजादी के बाद सबसे लोकप्रिय पीएम हैं। कई सर्वे ऐसा कहते हैं, आजादी के बाद सबसे ज्यादा एक भी छुट्टी लिए बिना 17 घंटे काम करने वाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। आजादी के बाद हर राज्य में सबसे ज्यादा किलोमीटर और दिन प्रवास करने वाला पीएम भी नरेंद्र मोदी है। कोई सरकारें कई सालों तक चलती हैं, लेकिन 9 सालों में ही मोदी सरकार ने पचास से ज्यादा ऐसे फैसले लिए जो स्वर्ण शब्दों से लिखे जाएंगे।

आज के दिन का जिक्र करते हुए शाह ने बताया कि महात्मा गांधी ने क्विट इंडिया का नारा दिया था, पीएम मोदी ने 9 सालों में एक नए प्रकार की राजनीति को शुरू करवाया है। पहले भ्रष्टाचार, परिवारवाद से राजनीति ग्रसित रहती थी। लेकिन नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण को हटा पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस को तवज्जो दी।

किसानों पर सरकार का रिपोर्ट कार्ड

किसानों पर बात करते हुए गृह मंत्री ने जोर देकर कहा कि देश का किसान तय करेगा कि 70 हजार करोड़ की लॉलीपॉप देने वाली यूपीए सरकार को वोट देना है या फिर सम्मान के साथ इलैक्ट्रॉनिक तरीके से दो लाख 40 हजार रुपये देने वाली एनडीए को। ये रेवड़ी नहीं है, हमने ये करने से पहले एक सर्वे किया था। ढाई एकड़ से कम जिसकी जोत है, जितना खर्चा उसका खेती करने में आता है, उसको देखते हुए 6000 रुपये मोदी सरकार की तरफ से दिए गए। हमने पूरी जिंदगी के लिए किसानों को ऋण मुक्त करने का काम किया है।

पहले लोग अपने परिवारवालों की सेहत को लेकर भी चिंता में रहते थे। लेकिन आयुष्मान भारत के तहत पांच लाख तक का इलाज मुफ्त कर दिया गया। किसी के घर में कोई बीमारी आती है, तो पांच लाख तक का इलाज मुफ्त है, इसमें टेस्ट करवाने से लेकर ऑपरेशन करवाने तक सब शामिल है। इसी तरह जब बैंक खाता खोलने के लिए जन धन योजना लेकर आए। नीतीश कुमार ने मजाक बनाते हुए कहा था कि बौनी तो करवा दो, सिर्फ खाते खोलने से कुछ नहीं होगा। लेकिन राज्य सरकारें और केंद्रीय सरकार की कई योजनाओं का पैसा जन धन योजना के तहत ही दिया जाता है।

कोरोना पर शाह का संदेश

अमित शाह ने अपने भाषण के समय कोरोना काल को भी याद किया। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय को याद कर लीजिए, सभी को साथ में रखकर लड़ाई को शुरू किया गया। मैं तो आज भी मानता हूं कि भारत सफलतापूर्वक कोरोना से इसलिए लड़ पाया क्योंकि केंद्र सरकार, राज्य सरकार एक रही, सभी एकजुट रहे। टीकाकरण के दौरान सपा नेता और राहुल गांधी ने कहा था कि ये तो मोदी वैक्सीन है। लेकिन मोदी सरकार ने चाय पिलाकर वैक्सीन लगाई, मुफ्त में वैक्सीन लगाई और पूरे देश को कोरोना से बचाने का काम किया। उसी तरह लॉकडाउन का भी विरोध किया गया था, कहा गया कि गरीब क्या खाएगा। लेकिन हमे ये सोचना था कि कोरोना को कैसे फैलने से रोका जाए, इसी वजह से हमने पांच किलो मुफ्त अनाज गरीब को दिया। आज भी वो योजना सरकार की चल रही है।

अर्थव्यवस्था पर दो टूक

अर्थव्यवस्था पर भी अपने विचार रखते हुए अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने देश को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दिया। मुझे पूरा भरोसा है कि नरेंद्र मोदी फिर प्रधानमंत्री बनेंगे, देखते ही देखते 2027 तक देश की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत बन जाएगी। सारे सर्वे इस ओर इशारा करते हैं। मोदी की सटीक नीतियों ने भारत की नींव को मजबूत करने का काम किया है। अंतरिक्ष से लेकर डिफेंस तक, कई क्षेत्रों में मजबूत काम किया गया है। उसी वजह से आने वाले पांच सालों में भारत एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभरेगा। इंफ्रास्ट्रक्चर की गति कितनी तेज हो चुकी है, ये नहीं भूलना चाहिए। 148 हवाई अड्डे बना दिए गए हैं, वंदे भारत ट्रेन शुरू हो गई है, कारगो हैंडलिंग की क्षमता बढ़ चुकी है, 27 राज्यों तक मेट्रो पहुंच गई है। इंटरनेट कनेक्शन में भारत में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है। पूर्वोत्तर के लिए भी कई सारे एयरपोर्ट बनाने का काम भी इस सरकार ने किया है।

पाकिस्तान पर हमला, कांग्रेस से सवाल

देश की रक्षा पर भी गृह मंत्री अमित शाह ने काफी विस्तार से बोला। उनकी तरफ से साफ कहा गया कि पहले सरहद के उस बार से आतंकी आते थे, जवानों के सिर काटकर ले जाते थे। लेकिन मोदी सरकार के दौरान जब आतंकियों ने हिमाकत की, दो बार पाकिस्तान के घर में घुसकर उन्हें सबक सिखाया गया। इसी तरह सीडीएस पर अहम फैसला लिया गया, उसे लागू करवाया। 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक किया, बाद में एयरस्ट्राइक हुआ। जितने भी घोटाले हुए हैं, इसमें सबसे ज्यादा करप्शन रक्षा के क्षेत्र में हुआ है। लेकिन मोदी जी के नेृत्व में हमारे रक्षा मंत्री ने आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ाने का काम किया है। आज रक्षा उत्पादन कई देशों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है।

आंतरिक सुरक्षा पर बात करते हुए अमित शाह ने विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि मैं देश की आंतरिक सुरक्षा पर बात करना चाहता हूं। पीएफआई देश को तोड़ने की कोशिश कई सालों से कर रहा था, आतंकवाद के बीज बोने का काम कर रहा था। लेकिन सिर्फ एक ही दिन में 15 राज्यों में एक्शन लेकर इस संगठन को ही बैन कर दिया गया। दुनियाभार में भागे हुए गुनेहगारों को वापस लाया जाता है। सचिन विश्नोई मूसेवाला का हत्यारा वापस भारत लाया गया।

कश्मीर के परिवर्तन पर जिक्र

कश्मीर पर बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि कश्मीर में परिवर्तन लाने वाला क्रांतिकारी फैसला नरेंद्र मोदी ने लिया। इस महान सदन ने धारा 370 को खत्म करने का काम किया। दो संविधान खत्म हो गए, संपूर्ण रूप से भारत में कश्मीर का जुड़ाव हो गया। कश्मीर में कई लोग कहते हैं कि हुर्रियत से बात करनी चाहिए, पाकिस्तान से बात करनी चाहिए। मैं साफ करना चाहता हूं कि ये सरकार ना हुर्रियत से चर्चा करेगी, ना पाकिस्तान से चर्चा करेगी, बात होगी तो सिर्फ कश्मीर के युवाओं से होगी।

मणिपुर हिंसा पर अमित शाह का बयान

जिस मणिपुर हिंसा को लेकर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, उस पर भी गृह मंत्री ने विस्तृत बयान दिया। उन्होंने कहा कि मणिपुर में जो हिंसक घटनाएं हुई हैं, उस बारे में बताना चाहता हूं। मैं विपक्ष की इस बात से सहमत हूं कि हिंसा का तांडव मणिपुर में हुआ है। इस हिंसा का कोई भी समर्थन नहीं कर सकता। ये जो घटना हुई वो शर्मनाक है, लेकिन इस पर राजनीति करना उससे भी ज्यादा शर्मनाक है। आप हमे चुप नहीं कर सकते, 130 करोड़ भारतीयों ने हमे चुनकर भेजा है।

सीएम बीरेन सिंह के इस्तीफा की मांग पर शाह ने साफ कर दिया कि इस्तीफा उसका मांगा जाता है जो कॉपरेट नहीं करता। बीरेन सिंह द्वारा शुरुआत से सहयोग दिया गया है, क्यों उनका इस्तीफा मांगा जाए। मणिपुर के वायरल वीडियो भी अमित शाह ने सफाई पेश की। उनकी तरफ से उस घटना पर दुख जाहिर किया, उन्होंने जोर देकर कहा कि ना पक्ष ना विपक्ष, कोई ऐसी घटना का समर्थन नहीं कर सकता। उनकी तरफ से ये सवाल जरूर उठाया गया कि आखिर क्यों उस वीडियो को वायरल किया गया, आखिर क्यों समय रहते वो वीडियो डीजीपी को नहीं दिया गया।

इंडिया गठबंधन पर शाह की चुटकी

अब मणिपुर पर तो अमित शाह ने अपनी बात रखी ही, उनकी तरफ से विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा गया। शाह ने इंडिया गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि ये सोचने वाली बात है कि आखिर यूपीए का नाम क्यों बदलना पड़ गया। जब 10 साल तक सरकार चला ली थी, तो आखिर नाम क्यों बदलना पड़ा। असल में यूपीए ने इतने घोटाले कर लिए थे, शायद 12 लाख करोड़ से ज्यादा के किए हैं, मैंने तो गिनना ही छोड़ दिया। ये सच है कि जब कोई कंपनी दिवालिया हो जाती है, तब छवि बदलने के लिए, साख बचाने के लिए नाम तो बदलना ही पड़ता है।