विशेष पैकेज खारिज करने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अहंकारी कहने के महज एक दिन बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी शनिवार को यही बात कही। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह ने शनिवार को स्थानीय इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित जनसभा में कहा, ‘बिहार को दिए गए 1.25 लाख करोड़ रुपए के विशेष पैकेज को खारिज करने का नीतीश को कोई अधिकार नहीं, बल्कि इसका अधिकार प्रदेश की जनता को है’।
पटना के गर्दनीबाग स्थित स्टेडियम में पटना और उसके आसपास के 32 विधानसभा क्षेत्रों, जहां 28 अक्तूबर को मतदान होना है, के भाजपा कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने आरोप लगाया, ‘स्वभाव से अहंकारी और अति महत्त्वाकांक्षी नीतीश कुमार, जोकि प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे थे, को प्रदेश की जनता के लिए घोषित 1.25 लाख करोड़ रुपए के विशेष पैकेज को खारिज करने का कोई अधिकार नहीं है। नरेंद्र मोदी सरकार ने 40 हजार करोड़ रुपए की वर्तमान योजनाओं के अलावा बिहार का भाग्य बदलने के लिए 1.25 लाख करोड़ रुपए का विशेष पैकेज दिया है। यह राशि बिहार के वार्षिक बजट (करीब 50 हजार करोड़ रुपए) से तिनगुना है। इसके लिए शुक्रिया अदा करने के बजाए नीतीश कह रहे हैं बिहार अपने बलबूते खड़ा होगा। ऐसे में इनसे यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि वे धन खर्च करेंगे’।
उन्होंने कहा कि बिहार की गरीब जनता, युवा, महिला और किसानों के कल्याण के लिए घोषित की गई उक्त राशि को खारिज करने का नीतीश कुमार को अधिकार नहीं है। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए पिछले तीन दिन से बिहार में मौजूद, शाह ने राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर इस प्रदेश का विकास करने के नीतीश के दावे पर प्रहार करते हुए कहा, ‘जंगलराज के प्रतीक रहे लालू प्रसाद और भ्रष्टाचार के प्रतीक रहे कांग्रेस के कंधे पर बैठककर नीतीश का विकास का वादा झूठा है’।
इससे पूर्व पूर्णिया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने आरोप लगाया कि 25 साल के शासन में 15 साल लालू और 10 साल नीतीश रहे। इसके पूर्व कांग्रेस का शासन रहा। बिहार में विकास कार्य नहीं हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार अपने कार्यकाल के दौरान बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा भी आम जन को मुहैया कराने में नाकाम रहे हैं।
शाह ने नरेंद्र मोदी सरकार कार्यकाल के दौरान शुरू की जनकल्याण योजनाओं की चर्चा की। उन्होंने बिहार का विकास प्रधानमंत्री के नेतृत्व में होने का दावा करते हुए लालू और नीतीश पर प्रहार किया और कहा कि उनके कथित जातिवादी और अहंकारवादी राजनीति को जनता ध्वस्त कर देगी।