गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि नेशनल कांफ्रेंस के नेता एवं सांसद फारूख अब्दुल्ला को न तो हिरासत में लिया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि वे अपनी मर्जी से अपने घर पर हैं, स्वस्थ हैं और अगर उन्हें घर से बाहर नहीं आना तो कनपटी पर गन रखकर उन्हें बाहर नहीं लाया जा सकता। जम्मू-कश्मीर पर केंद्र सरकार के संकल्प पर चर्चा के दौरान लोकसभा में विपक्ष के कई सदस्यों ने राज्य के हालात का विषय उठाया और कहा कि वहां कई नेताओं को नजरबंद किया गया है। नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूख अब्दुल्ला सदन में नहीं आए हैं, वह कहां हैं, पता नहीं।
जब राकांपा की सुप्रिया सुले और आइयूएमएल के पीके कुन्हालीकुट्टी ने सदन में इस विषय को उठाया तो गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘वे न तो हिरासत में हैं और न ही गिरफ्तार किया गया है, वे अपनी मर्जी से अपने घर पर हैं।’ कांग्रेस के शशि थरूर ने भी जब सदन में फारूख अब्दुल्ला की गैरमौजूदगी का जिक्र किया और कहा कि नेशनल कांफ्रेंस नेता का कहना है कि उन्हें घर से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा। इस पर शाह ने कहा, ‘वे घर से बाहर ही नहीं आना चाहते, उन्हें बाहर नहीं आना तो कनपटी पर गन रखकर बाहर नहीं ला सकते।’ इससे पहले श्रीनगर में अपने घर पर फारूख अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि उन्हें भी नजरबंद किया गया था। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाए जाने पर नेशनल कान्फ्रेंस के नेता और सांसद फारुख ने अब्दुल्ला ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।