अमरनाथ यात्रा खराब मौसम के रहते रोक दी गई है। जम्मू से श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन हुआ है, इसलिए यहा फैसला लिया गया है। अधिकारियों ने जानकारी दी है कि भारी बारिश के रहते  टी2 मारोग रामबन में भूस्खलन हुआ है और सड़क पर काफी मलबा आ गया है,ऐसे में सुरक्षा के मद्देनजर यात्रा रोक दी गई है। फिलहाल NH-44 पर यात्रा ना करने का निर्देश दिए गया है।

अधिकारियों के मुताबिक 500 ​​से ज़्यादा तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था अमरनाथ यात्रा में शामिल होने के लिए घाटी के लिए सोमवार को जम्मू शहर से रवाना हुआ। अधिकारियों ने बताया कि 451 पुरुषों और 67 महिलाओं सहित कुल 534 तीर्थयात्री कड़ी सुरक्षा के बीच 46 वाहनों के काफिले में यहां भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुए। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 1 जुलाई से अब तक 4.55 लाख से अधिक श्रद्धालु गुफा मंदिर में दर्शन कर चुके हैं।

सुरक्षा के कड़े प्रबंध

अमरनाथ के लिए गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ के 40,000 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है। यात्रा को लेकर स्थानीय पुलिस बल के अलावा 60000 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। इन्हें सिर्फ यात्रा की सुरक्षा के लिए लगाया गया है। वहीं मौसम को देखते हुए प्रशासन ने डिजास्टर मैनेजमेंट की टीमों को भी तैनात किया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी तैनात किया गया है।

सुरक्षा को देखते हुए यात्रा की जीपीएस से निगरानी की जा रही है। इसके अलावा चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे को भी लगाया गया है। हर एक यात्री पर कड़ी नजर रखी जा रही है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस, सीआरपीएफ, सेना, बीएसएफ और एसएबीसी के जवान तैनात हैं। दिन-रात गश्त की जा रही है।

भूस्खलन की घटना के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग को अगली सूचना तक बंद कर दिया गया है। 250 किलोमीटर लंबा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली एकमात्र हर मौसम में चलने वाली सड़क है, जबकि मुगल रोड जम्मू के पुंछ जिले के बुफलियाज़ शहर को जम्मू और कश्मीर के शोपियां जिले से जोड़ती है।