उत्तर प्रदेश के केबिनेट मंत्री और सपा नेता आजम खान ने अमर सिंह को राज्य सभा के लिए उम्मीदवार बनाने के फैसले पर निराशा जताई है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यजनक है। आजम खान ने कहा, ”नेताजी मालिक हैं और मालिक के फैसले को चुनौती देना मेरे अधिकार क्षेत्र के बाहर है। जितना मुझे लगता है यह पूरी घटना दुर्भाग्यजनक है।”
समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को अमर सिंह सहित छह नेताओं को राज्य सभा के लिए उम्मीदवार बनाया था। शिवपाल यादव ने इन नामों का एलान करने के बाद कहा था कि सभी नामों को नेताजी ने फाइनल किया है। इसमें सभी की सहमति है। उन्होंने अमर सिंह के नाम पर किसी तरह की असहमति से इनकार किया था। हालांकि सूत्रों ने बताया कि पार्टी महासचिव राम गोपाल यादव और आजम खान को अमर सिंह के नाम पर असहमति थी। दोनों ने अमर सिंह के नाम पर हामी नहीं भरी।
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संसदीय दल की बैठक के बाद राम गोपाल यादव ने कहा था कि नामों पर पर अंतिम फैसला मुलायम सिंह यादव करेंगे। बताया गया कि अमर सिंह की उम्मीदवारी के बारे में मुलायम सिंह ने आजम खान और राम गोपाल यादव से अलग-अलग मुलाकात की थी। अमर सिंह ने अभी सपा ज्वॉइन नहीं की है। इस बारे में शिवपाल यादव ने कहा कि वे मुलायम के दिल में हैं। जया प्रदा के पार्टी में आने के बारे में उन्होंने कहा कि समय बताएगा। गौरतलब है कि अमर सिंह और जयाप्रदा को 2010 में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में छह साल के लिए निकाल दिया गया था।
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