समाजवादी पार्टी के राज्य सभा सांसद अमर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि काले धन, जाली नोट और भ्रष्टाचार को दूर के लिए मोदी ने साहसिक कदम उठाया है। अमर सिंह ने कहा कि हालांकि यह फैसला बिना उचित तैयारी के लागू किया गया है लेकिन इसे तुरंत लागू किए जाने से काले धन को ठिकाने लगाने से रोका गया है। उन्होंने कहा, ”एक देशवासी के रूप में उन्हें इस तरह के प्रधानमंत्री, जो कि संकल्पित और भ्रष्टाचार को दूर करने को लेकर तैयार है, पर उन्हें गर्व है। प्रधानमंत्री ने उन सभी को दंडित किया है जिनके पास अकूत धन है फिर चाहे वे उनकी पार्टी के लोग ही क्यों ना हो। काला धन रखने वाले लोगों को अब रात की नींद नहीं आ रही है।” अमर सिंह ने दावा किया कि इस कदम ने अमीरों और गरीबों के बीच का दायरा कम कर दिया है और अब लोग टैक्स देंगे।
उन्होंने कहा, ”मैं भाजपा का प्रवक्ता नहीं हूं लेकिन सपा के राज्य सभा सदस्य के रूप में मैंने अपना रूख स्पष्ट किया है, चाहे मेरी पार्टी का जो मानना हो।” हालांकि सपा नेता ने नोटबंदी को लागू करने में अव्यवस्था पर विरोध जताया और कहा कि आम आदमियों को इस तरह से परेशान होते देखकर उन्हें तकलीफ हुई। अमर सिंह बोले, ”एक योजना को लागू करने का क्या मतलब जब उससे गरीब, किसान, छोटे व्यापारियों और आम आदमी को परेशान होना पड़े?” अमर सिंह का यह बयान उनकी पार्टी की लाइन से अलग है। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी नोटबंदी के विरोध में है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि देश के 90 प्रतिशत लोग इस फैसले से परेशान है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी के बचाव में शुक्रवार (25 नवंबर) को कहा कि वास्तव में ऐसे लोगों को इस बात की पीड़ा है कि उन्हें खुद किसी तरह की तैयारी का समय नहीं मिला। नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष की ओर से सरकार पर हमला तेज किये जाने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर इन लोगों को 72 घंटे का वक्त मिल जाता तो वे प्रशंसा करते। 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को अमान्य करने के फैसले की बहुत कम आलोचना हुई है। उन्होंने कहा, ‘लेकिन कुछ लोग अब भी आलोचना कर रहे हैं कि सरकार ने पूरी तैयारी नहीं की। मेरा मानना है कि मुद्दा यह नहीं है कि सरकार ने पूरी तैयारी नहीं की थी। बल्कि मुझे लगता है कि ऐसे लोगों को इस बात की पीड़ा है कि सरकार ने उन्हें किसी तैयारी का मौका नहीं दिया।’
