राजस्थान के अलवर में एक मूक बधिर नाबालिग लड़की के साथ दिल्ली की ‘निर्भया’ जैसी हैवानियत हुई। गैंगरेप के बाद नाबालिग को ओवरब्रिज से नीचे फैंक दिया गया था। इस मामले को लेकर भाजपा ने शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधा। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेस आयोजत कर प्रियंका गांधी से पूछा, ‘यूपी में तो ‘लड़की हूं लड़ सकती हूँ’ पर राजस्थान में ‘लड़की हूं तो लड़ना मना है?’ संबित पात्रा के इन सवालों के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिएक्शन आए हैं।

संबित पात्रा ने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ”एक 15-16 साल की दिव्यांग लकड़ी के साथ अलवर, राजस्थान में दुर्व्यवहार हुआ है। एक गाड़ी खून से लथपथ उस लड़की को सड़क पर छोड़कर जाती है। आज वो बेटी आईसीयू में अपने जीवन से लड़ रही है। जब अलवर में ये घटना हो रही थी, तब प्रियंका रणथम्भोर में अपना जन्मदिन मना रही थीं।”

संबित पात्रा ने कहा, ”भाजपा के सांसद, वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की एक टीम इस मामले में प्रियंका गांधी से बात करने के लिए गई थी। लेकिन हमारी टीम को ये कहकर वापस भेज दिया गया कि प्रियंका जी अपना जन्मदिन मनाने में व्यस्त हैं, वो किसी से मिल नहीं सकतीं। आप तो पूरे देश में जहां अन्याय होता है वहां आप और राहुल गांधी मिलने जाते हैं। आप गले लगाकर तस्वीर भी वायरल करते हैं। आपकी ये चयनात्मक राजनीति शोभा नहीं देती है।”

सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिएक्शन आए: उन्होंने प्रियंका गांधी से पूछा, ”क्या प्रियंका गांधी उस पीड़िता से मिलीं? उस पीड़िता के घर वे गईं क्या? क्या उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री से इस संदर्भ में रिपोर्ट मांगी? वह उत्तर प्रदेश में कहती हैं कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं। लेकिन राजस्थान में ये माहौल है कि लड़की हूं, लड़ना मना है।” इस पर एक यूजर (@AmitM009) ने कहा, कांग्रेस, बीजेपी और अन्य दल एक जैसे ही हैं।” इसी तरह एक अन्य यूजर (@RAJENDR54634719) ने कहा, ”वाकई अब लग रहा है प्रियंका गांधी की कथनी और करनी में अंतर? उन्नाव कांड में बोल रही हैं,पर राजस्थान के अलवर कांड में चुप्पी?”