आगामी चुनाव और त्‍योहारी मौसम के मद्देनजर केंद्र सरकार ने मंगलवार को एलपीजी गैस गैस सिलेंडर के मूल्‍य में 200 रुपये की कटौती करने का फैसला किया था। ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने विगत वर्ष ही स्‍पष्‍ट कर दिया था कि रसोई गैस पर सब्सिडी का लाभ मात्र उज्‍ज्‍वला योजना के लाभार्थियों को मिलेगा।

इसके बाद प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। जहां एक ओर बीजेपी शासित राज्‍यों की सरकारें केंद्र सरकार के इस कदम को रक्षाबंधन और जन्‍माष्‍टमी की तोहफा करार दे रही है , वहीं विपक्ष के नेता इसे चुनावी रेवड़ियां बता रहे हैं। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने ट्विटर पर तंज कसते हुए लिखा कि “सौ महीनों की लूट फिर 200 रुपये की छूट! लग रहा है भाजपा के कैलेंडर में ओणम और रक्षाबंधन 10 वर्ष में एक बार ही आता है। ऐसा करके भी लोग मुस्‍कुरा कैसे लेते हैं? अब भाजपाई धन्‍यवाद का धारावाहिक भी शुरू कर देंगे। ये जनता के साथ सरासर धोखा है।”

कांग्रेस ने कहा यह इंडिया के डर का प्रभाव है। कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकाजुर्न खड़गे ने ट्वीट कर लिखा ‘ जब वोट लगे घटने, तो चुनावी तोहफे लगे बटने। ‘ खड़गे ने यह भी लिखा कि साढ़े 9 सालों तक 400 रुपये वाला एलपीजी सिलेंडर 1100 में बेचा गया और आदमी की कमर तोड़ी गई। उन्‍होंने इसे बीजेपी का ‘लॉलीपाप’ बताते हुए कहा कि यह इंडिया गठबंधन के डर का असर है।

यूपी और उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्रियों ने केंद्र सरकार के एलपीजी गैस की कीमतों में कटौती को 33 करोड़ से अधिक ग्राहकों के लिए रक्षाबंधन का तोहफा बताया था। ज्ञात हो कि मोदी सरकार ने मंगलवार को रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 200 रुपये कटौती करने की घोषणा की थी। साथ ही प्रधानमंत्री उज्‍वला योजना के तहत मुफ्त में 75 लाख नये एलपीजी देने की भी घोषणा की है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्‍यक्षता में कैबिनेट की बैठक में सभी तबके के लोगों के लिए एलपीजी सिलेंडर के मूल्‍य में 200 रुपये की कटौती की गई है।