यूपी की योगी सरकार में माफियाओं की अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई के लिए बुलडोजर का प्रयोग देखा गया है। वहीं इस कार्यशैली को अब दूसरे राज्यों में भी अपनाया जा रहा है। बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अब अपराधियों को बुलडोजर चलाने की धमकी दे रहे हैं। अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए बुलडोजर योगी सरकार की सख्त कार्रवाई का सूचक बन गया है।

बता दें कि बुलडोजर के जरिए पक्षपाती कार्रवाई का आरोप लगाकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तंज कसा है। दरअसल बिना नक्शे के बने अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए लखनऊ के जानकीपुरम थाना क्षेत्र पहुंचा तो आरोप है कि खुद भाजपा विधायक दीवार बनकर सामने आ गये।

मामला नहर रोड पर दीपक गुप्ता नामक शख्स से जुड़ा है। दीपक गुप्ता ने खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताया है। बता दें कि इस निर्माण को तोड़ने के लिए आदेश 2015 में ही हो चुका था। वहीं जब शनिवार को योगी सरकार का बुलडोजर निर्माण तोड़ने पहुंचा तो उसके सामने भाजपा विधायक आ गये।

दरअसल जब एलडीए के अधिकारी पुलिस बल के साथ कार्रवाई करने पहुंचे तो मौके पर स्थानीय बीजेपी विधायक नीरज बोरा भी पहुंचकर कागजात मांगने लगे। इसके बाद उन्होंने एलडीए के अधिकारियों से बात की। आरोप है कि बातचीत के बाद अवैध निर्माण का थोड़ा ही हिस्सा तोड़ा गया उसके बाद एलडीए के अधिकारी अपनी टीम के साथ वहां से वापस चले गये।

भाजपा विधायक के मुताबिक बिल्डिंग उनके पार्टी कार्यकर्ता की थी। मामले में कंपाउंडिंग फीस की बात थी। जिसे जमा करने की बात कही गयी है।हम चाहते हैं कि किसी के खिलाफ गलत कार्रवाई ना हो। ऐसे में हमने सिर्फ उनसे नियम जाना।

वहीं इस मामले में को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए ट्वीट में लिखा, “जनता पूछ रही है कि प्रदेश भर में भाजपा से संबद्ध लोगों के अनगिनत अवैध निर्माणों पर बुलडोज़र क्यों नहीं चल रहा है। सवाल ये है कि अवैध निर्माणकर्ता भाजपाइयों को कौन बचा रहा है और किसलिए बचा रहा है। वैध-अवैध के नियम क्या दल देखकर लगाए जाएंगे?”