प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथित गोरक्षकों को कड़ा संदेश दिये जाने को लेकर चर्चाओं के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर गोरक्षा की आड़ में समाज में दूरियां बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि विकास की बहस को दूसरी तरफ मोड़ने के लिये भी इस हथकंडे का इस्तेमाल किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने मंत्रिमण्डल की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा ‘‘गाय के मामले में भाजपा का रवैया सभी लोग जानते हैं। गाय गांवों में हर किसान के पास होती है। गाय हमारे यहां भी मिल जाएगी… बताइये भाजपा में आखिर किसके पास गाय है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा गोरक्षा की आड़ में समाज में दूरियां पैदा करती है। उसकी यही कोशिश रहती है कि स्वस्थ बहस को कैसे दिशाभ्रमित किया जाए। गोरक्षा का मुद्दा भी विकास की बहस को दूसरी तरफ मोड़ने की कोशिश है।
अखिलेश ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश को केन्द्र से जो मिलना चाहिये, वह नहीं मिला। तमाम योजनाओं में केन्द्र से मिलने वाला धन अब तक नहीं मिला है।’ आरक्षण के बारे में पूछे गये एक सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आरक्षण का विषय बड़ा और महत्वपूर्ण है। संविधान आर्थिक रूप से पिछड़ों को सम्मान का अधिकार देता है। मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के उच्च्ना कस्बे में कथित गोरक्षकों द्वारा मरे हुए जानवरों की खाल उतारने वाले दलितों की बर्बरतापूर्ण पिटाई तथा कुछ अन्य क्षेत्रों में हुई घटनाओं पर चुप्पी तोड़ते हुए उनका चिट्ठा तैयार करने की बात कही थी। उन्होंने ‘फर्जी’ गोरक्षकों से सचेत रहने की सलाह देते हुए कहा था कि ऐसे लोग समाज और देश को बांटना चाहते हैं। राज्य सरकारें उन्हें कड़ा दंड दें।