Maharashtra Polls: एक ही निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले राजनीतिक हमनाम अक्सर मतदाताओं को भ्रमित करते हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कुछ ऐसा देखने को मिल रहा है। इस बार, एनसीपी (अजित पवार गुट) ने अनिल देशमुख को काटोल से मैदान में उतारा है। जिनका किसी भी तरह से महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी (एससीपी) नेता अनिल देशमुख से संबंध नहीं है। जिन्होंने पांच बार इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है – जिनमें से चार बार ‘घड़ी’ चुनाव चिह्न पर थे।ॉ
हालांकि, ट्विस्ट उनके पूरे नामों में है। इस बार ‘घड़ी’ चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ने वाले एनसीपी के अनिल शंकरराव देशमुख हैं और उनका मुकाबला एनसीपी (एससीपी) के सलिल देशमुख से है, जो पूर्व मंत्री अनिल देशमुख के बेटे हैं।
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जो एफिडेविट स्वीकार किया गया है, उसमें अनिल शंकरराव देशमुख ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता के तौर पर उम्मीदवारी दाखिल की है।
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राजनीतिक विश्लेषकों का सुझाव है कि एनसीपी के अनिल देशमुख के ‘घड़ी’ चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने से संभावित रूप से नए उम्मीदवार सलिल के वोट शेयर पर असर पड़ सकता है, जो एनसीपी (एससीपी) के चुनाव चिन्ह ‘तुरही बजाता हुआ आदमी’ पर चुनाव लड़ेंगे। पहले ‘घड़ी’ का चुनाव चिन्ह अविभाजित एनसीपी से जुड़ा था और वर्तमान में यह अजित गुट के पास हैं। चुनाव चिन्ह को लेकर एनसीपी के दो गुटों के बीच लड़ाई अभी भी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।
अनिल शंकरराव देशमुख कौन हैं?
अनिल शंकरराव देशमुख कौन हैं?
चुनाव आयोग के मुताबिक, इनका पूरा नाम अनिल शंकरराव देशमुख है। उनकी उम्र 49 साल है। वे काटोल विधानसभा क्षेत्र के थुगाव में रहते हैं। जो नरखेड तहसील में आता है। उनकी पत्नी का नाम कल्पना देशमुख है। अनिल देशमुख के पास ना ही खेतीबाड़ी है और ना ही खुद का कोई वाहन। उनके पास में 20 हजार रुपये नकद हैं और उनकी कुल संपत्ति 1 लाख 88 हजार रुपए है। अचल संपत्ति में उनका घर भी शामिल है, जिसकी कीमत 4 लाख 18 हजार रुपए है।
काटोल विधानसभा से कौन चुनाव मैदान में?
काटोल विधानसभा से कौन चुनाव मैदान में?
काटोल विधानसभा क्षेत्र से पहले पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख का नाम सबसे आगे था, लेकिन ऐन वक्त पर अनिल देशमुख ने अपने बेटे सलिल के लिए पार्टी से उम्मीदवारी मांगी और उनकी विनती स्वीकार भी कर ली गई। सलिल काफी सालों से अपने पिता का काम संभाल रहे हैं। वह पहली बार चुनाव में अपना नसीब आजमा रहे हैं।