Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की सियासत में सभी की नजरें मराठा क्षत्रप शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच लगातार हो रहीं मुलाकातों पर लगी हैं। दोनों के बीच हुई आखिरी मुलाकात के बाद MVA के घटक दलों शिवसेना यूबीटी और कांग्रेस की तरफ से नाराजगी जताई गई है। अब अजित पवार की तरफ से उनकी चाचा शरद पवार से हुई मुलाकात पर प्रतिक्रिया दी गई है।

उन्होंने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि पुणे में एनसीपी चीफ शरद पवार के साथ मीटिंग के दौरान कुछ भी विशेष नहीं हुआ। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि इस मीटिंग के बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है।

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि पवार साहब पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं। परिवार के सदस्यों के बीच हुई एक मुलाकात को मीडिया तरह-तरह की पब्लिसिटी दे रही है, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। यह सोचने की कोई भी वजह नहीं है कि बैठक में कुछ भी असामान्य हुआ है।

महाराष्ट्र के व्यापारी के घर पर हुई मुलाकात

बता दें कि बीते शनिवार को शरद पवार और अजित पवार के बीच पुणे के एक व्यापारी के आवास पर हुई बैठक के बाद महाराष्ट्र की सियासत में हलचल है। इस दौरान एनसीपी के सीनियर नेता जयंत पाटिल भी वहां मौजूद थे।

पत्रकारों ने जब अजित पवार से कार में छिपने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि वो कार में नहीं थे। अजित पवार ने कहा, “मैं चोरी-छिपे नहीं गया। मैं खुलेआम घूमने वाला इंसान हूं। मेरे छिपने की कोई वजह नहीं थी….मैं उस कार में नहीं था।”

मराठी न्यूज चैनल्स द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, शरद पवार व्यापारी अतुल चोरडिया के आवास पर 12 अगस्त को दोपहर में करीब 1 बजे पहुंचे थे। वे शाम को करीब 5 बजे वहां से निकले। डिप्टी सीएम अजित पवार शाम करीब 6.45 बजे वहां से निकलते दिखाई दिए। बता दें कि अजित पवार ने पिछले महीने एकनाथ शिंदे की सरकार में डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी।

अजित पवार ने मीडिया से कहा कि पवार परिवार का व्यापारी अतुल चोर्डिया से दो पीढ़ियों से रिश्ता है। उन्होंने आगे कहा, “चोरडिया ने पवार साहब को दोपहर के भोजन के लिए आमंत्रित किया था। वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट में एक कार्यक्रम के बाद उन्हें वहां जाना था और चूंकि उनके साथ जयंत पाटिल भी थे, इसलिए वे भी साथ चले गए. मैं चांदनी चौक पुल का उद्घाटन पूरा करने के बाद वहां पहुंचा।”