लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा पर जारी तनाव फिलहाल खत्म होता दिखाई दे रहा है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को पार कर भारतीय सीमा में बड़ी तादात में चीनी सैनिक घुस आए हैं। वरिष्ठ पत्रकार अजय शुक्ल ने आज सुबह ट्वीट कर वह यूजर्स को वहां की स्थिति के बारे में बताया। इसपर कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उन्हें शुक्रिया कहा है।
सुरक्षा मामलों के जानकार अजय शुक्ला ने ट्वीट कर लिखा “लद्दाख बार्डर अपडेट, पीएलए ने गालवान घाटी और पैंगोंग त्सो क्षेत्रों में अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। आज सुबह तक यहां से चीनी सैनिकों की कोई टुकड़ी वापस नहीं गई है।” इसपर कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर लिखा “शुक्रिया अजय शुक्ल, आपकी बदौलत हमें चीनी सीमा की सही ग्राउंड जेरो स्थिति का पता चल जाता है। इसे भारत सरकार ने भी खारिज नहीं किया है, वहीं रक्षा मंत्री ने भी अजय शुक्ला की रिपोर्टों की पुष्टि की। इस मुद्दे पर पीएम की चुप्पी सही नहीं है।”
हिंदुस्तान की जमीन तो आपके परम पूज्य नेहरु जी ने दे दी थी . मोदी जी नहीं देंगे ये आप भी जानते हैं . लेकिन समझ सकता हूँ आपकी मजबूरी भी, कुछ न कुछ तो लिखना ही है न, नहीं दिन भर और काम क्या है ?
— मिश्रा जि mishraji (@subrat76mishra) June 11, 2020
हालांकि दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट पर कुछ लोगों ने उन्हें ट्रोल भी किया। एक यूजर ने लिखा “हिंदुस्तान की जमीन तो आपके परम पूज्य नेहरु जी ने दे दी थी। मोदी जी नहीं देंगे ये आप भी जानते हैं। लेकिन समझ सकता हूँ आपकी मजबूरी भी, कुछ न कुछ तो लिखना ही है न, नहीं दिन भर और काम क्या है?”
बता दें भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच बुधवार को ‘सकारात्मक’ बातचीत हुई। मेजर जनरल स्तर की मीटिंग पूर्वी लद्दाख में एलएसी के भारतीय हिस्से में हुई। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘वार्ता सकारात्मक रही और दोनों पक्षों ने सकारात्मक माहौल में विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों सेनाएं बातचीत से गतिरोध को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ गतिरोध को शांतिपूर्ण तरीके से खत्म करने के लिए दोनों सेनाओं ने गलवान घाटी ओर हॉट स्प्रिंग के कुछ इलाकों में सीमित संख्या में अपने सैनिकों को पीछे हटा लिया जिसके एक दिन बाद यह वार्ता हुई है।