यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कैराना में 114 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए पलायन का मुद्दा उठाया। उन्होंने एक जनसभा में कहा कि मुजफ्फरनगर दंगा हो या कैराना से लोगों का पलायन का मामला रहा हो, हमारे लिए यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है। बल्कि यह देश और प्रदेश की आन-बान-शान का मुद्दा रहा है।

सीएम योगी के इस बयान को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है। एक वीडियो जारी कर ओवैसी ने कहा कि, बड़े ही अफसोस की बात है कि भारत के विभाजन के बाद अगर 50000 लोग अपने घर से बेघर हुए तो वो मुजफ्फरनगर कांड के बाद हुए हैं। लेकिन इसको मुख्यमंत्री आन बान शान से जोड़ते हैं।

ओवैसी ने कहा, “इस दंगे में कई लोगों की हत्याएं हुई। हजारों की संख्या में लोगों के घर जल गये, खेत जल गए। इनके इंसाफ की बात नहीं करते, बल्कि सीएम इसे आन बान शान से जोड़ रहे हैं। जो 50 हजार लोग बेघर हो गए, वो आज भी अपने घर नहीं जा सकते हैं, आज भी उन्हें इंसाफ नहीं मिला है।”

ओवैसी ने कहा कि मुख्यमंत्री अनाप शनाप बयान देते हैं कि मुजफ्फरनगर का दंगा आन बान शान का मसला है। यह आन बान शान नहीं बल्कि इसपर अफसोस करना चाहिए।

सीएम योगी ने क्या कहा था: यूपी के शामली जिले के कैराना में सीएम योगी ने कहा था, “मुजफ्फरनगर का दंगा हो या फिर कैराना का पलायन, ये हमारे लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि प्रदेश और देश की आन-बान और शान पर आने वाली आंच का मुद्दा रहा है। हम लोग जब सत्ता में नहीं थे तब भी हम कहते थे कि इस प्रकार की कायराना हरकतों को हम स्वीकार नहीं करेंगे।”

गौरतलब है कि सीएम योगी का पश्चिमी यूपी दौरा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए खास माना जा रहा है। दरअसल कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का असर पश्चिमी यूपी में अधिक देखा जा रहा है। ऐसे में भाजपा से जाट किसानों की नाराजगी भी सामने आ रही है। इसको देखते हुए सीएम योगी का यह दौरा संतुलन बनाने की कोशिशों के तौर पर देखा जा रहा है।