एआईएमआईएम चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार हिंसा को लेकर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है। उन्होने बिहार सरकार पर हिंसा रोकने में नाकाम साबित होने का आरोप लगाते हुए कहा ‘नीतीश कुमार और राजद की सरकार हिंसा रोकने में नाकाम रही है हिंसा के बाद न मुआवज़े की बात हो रही है और न ही पुलिसकर्मियों के निलंबन की, यह बस इफ़्तार पार्टी कर रहे हैं और खजूर खा रहे’

‘आपकी पुलिस तमाशबीन बनी रही’

एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जब यह हिंसा पूर्व नियोजित थी तो सरकार क्यों सो रही थी? अगर यह घटना 31 मार्च को हुई तो 1 अप्रैल को कैसे दोहराई गई? आपने जुलूस की अनुमति दी और पुलिस के सामने एक मदरसा जला दिया गया और पुलिस सिर्फ तमाशबीन बनी रही।

इस दौरान उन्होने सरकार पर पीड़ितों को मुआवजा ना देने का भी आरोप लगाया, उन्होने कहा ‘जब इतने बड़े स्तर पर हिंसा हुई तो सरकार मुआवजा देने की बात क्यों नहीं कर रही? चुनाव के दौरान आपको (राज्य सरकार) धर्मनिरपेक्षता की याद क्यों आती है? जब आप पीएम और सीएम बनते हैं तो आप (राज्य सरकार) धर्मनिरपेक्षता के बारे में क्यों सोचते हैं?’

असदुद्दीन ओवैसी ने इस दौरान सरकार भी यह भी आरोप लगाया कि सासाराम और नालंदा में हुई हिंसा के जिम्मेदार लोगों को जेल में भेजने के बजाय मुसलमान लड़कों और बच्चों को ही गिरफ्तार किया जा रहा है।

बड़े पैमाने पर कार्रवाई के आदेश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है जो हिंसा फैलाने में शामिल थे। उन्होने कहा कि सभी पीड़ितों को मुआवजा भी दिया जाएगा। हिंसा फैलाने के आरोप में अब तक 140 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

इस संबंध में बिहार पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जेएस गंगवार ने बताया कि रामनवमी पर नालंदा जिले के बिहारशरीफ में हुए सांप्रदायिक दंगे के मामले में पुलिस ने रविवार (9 मार्च) को पांच और लोगों को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि इन पांचों आरोपियों को बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) ने गिरफ्तार किया है।