अगस्‍ता वेस्‍टलैंड डील में हुए कथित घोटाले को लेकर कांग्रेस की ओर से लगाए गए आरोपों का जवाब केंद्र सरकार ने प्रेस रिलीज जारी करके दिया है। इसमें साफ किया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली के साथ कोई डील नहीं की है। यह आरोप मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए लगाया गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल और प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव नृपेंद्र मिश्रा पर लगाए गए आरोपों को भी सिरे से खारिज किया गया है। प्रेस रिलीज में लिखा गया है, “अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में फायदा उठाने को लेकर, अविवादित मुख्य मुद्दा भ्रष्टाचार है और विशेष तौर पर घूस लेना।” बुधवार को कांग्रेस ने अपनी वेबसाइट पर सरकार से  10 प्रश्न पूछे थे। इनमें से एक सवाल था, “क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कभी इटली के साथ कांग्रेस की सत्ता के बारे में साजिश को लेकर कोई डील की?” इसके जवाब में सरकार का कहना है कि जो लोग प्रधानमंत्री को सफल होते नहीं देख पा रहे हैं, वे उन पर डील करने का आरोप लगा रहे हैं। सरकार का यह भी कहना है कि कुछ लोगों ने अजित डोवाल और नृपेंद्र मिश्रा का नाम विवाद में घसीटने की कोशिश की है, लेकिन ये बातें पूरी तरह से आधारहीन हैं।

Read Also: हेलिकॉप्टर सौदाः केजरीवाल ने मोदी पर साधा निशाना, पूछा- छापेमारी क्यों नहीं करती सरकार?

नायडू ने हेलीकॉप्टर के मुद्दे को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा

केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने हेलीकॉप्टर घोटाले को लेकर विपक्षी दलों पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल संयुक्त राष्ट्र शिखर बैठक से इतर अपने इतालवी समकक्ष के साथ कोई मुलाकात नहीं की थी। नायडू ने ट्वीट किया, ‘‘देखते हैं कि हमारे विरोधी किस स्तर तक गिरते हैं। प्रधानमंत्रियों के बीच कोई मुलाकात नहीं हुई और ये मुलाकातें गोपनीय नहीं हो सकतीं।’’  उन्होंने कहा, ‘‘ताजा प्रयास ध्यान भटकाने और हमारे प्रधानमंत्री को बदनाम करने का है। आरोप है कि हमारे प्रधानमंत्री ने अपने इतालवी समकक्ष से संयुक्त राष्ट्र शिखर बैठक से इतर मुलाकात की और इटली के मरीनों की रिहाई के एवज में कुछ कांग्रेसी नेताओं को फंसाने के लिए सूचना देने को कहा।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘विरोधी हमारी अपनी एजेंसियों की बजाय बिचौलियों, आरोपियों और दोषियों को अधिक विश्वसनीयता दे रहे हैं।’’

Read Also: VVIP हेलिकॉप्टर सौदे में दो इतालवी नागरिकों के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस