Farmers Protest: न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर शंभू और दातासिंह वाला बॉर्डर पर डटे किसानों ने बुधवार सुबह 11 बजे दिल्ली कूच करने की कोशिश की। इसके जवाब में हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने आंसू गैस के गोले दागे और रबड़ की गोलियां भी चलाईं। इसी बीच, विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ बातचीत में सरकार के डेलिगेशन का नेतृत्व कर रहे कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने बुधवार को दिल्ली के कृषि भवन में एक किसान कॉल सेंटर का उद्घाटन किया।

कृषि भवन के डीडी किसान के स्टूडियो में यह सुविधा शुरू की गई है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अलग-अलग विभागों के अधिकारी अब मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर इस केंद्र के जरिये किसानों की प्रतिक्रिया ले सकते हैं। साथ ही, समय-समय पर विभागीय मंत्री भी देशभर के किसानों से किसी भी योजना के बारे में सीधा संवाद कर सकते हैं और उनके सुझाव ले सकते हैं। किसानों के द्वारा दिए गए फीडबैक के जरिये ही उनके विकास में तेजी से काम किए जा सकेंगे।

कृषि मंत्री ने किसानों से की बात

इस केंद्र पर अर्जुन मुंडा ने तमिलनाडु और झारखंड के किसानों को कॉल भी की। यहां पर उन्होंने कृषि मंत्रालय के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी किसानों से पूछा। साथ ही, उन्होंने उन किसानों से आग्रह किया कि वे अन्य किसानों को भी इन सुविधाओं के बारे में जानकारी दें। कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने अधिकारियों से कहा कि मंत्रालय की योजनाओं के बारे में किसानों से फीडबैक लें और उनकी समस्या हल करने की कोशिश करें।

किसानों ने दिल्ली कूच दो दिन टाला

पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन का 10वां दिन है। किसानों ने दिल्ली कूच करने का प्लान फिलहाल 2 दिन के लिए टाल दिया है। किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि अब हम दो दिन आगे की रणनीति बनाएंगे। 23 फरवरी को अगला फैसला लिया जाएगा। किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत और तनावपूर्ण हालात के बाद ये फैसला लिया है। वहीं, पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।