अग्निपथ स्कीम को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कॉस्ट कटिंग के नाम पर सेना में भर्ती प्रक्रिया से खिलवाड़ हो रहा है। सचिन पायलट ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।
सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, “मूल रूप से उन लोगों के भविष्य के बारे में कुछ भी निश्चित नहीं है जो चार साल की सेवा के बाद कम उम्र में रिटायर होंगे। उन्हें पेंशन नहीं मिलेगी और 11 लाख रुपये की ग्रेच्युटी का आधा हिस्सा उनके वेतन से काटा जा रहा है। इसलिए कॉस्ट कटिंग में कटौती के नाम पर हम अपने सशस्त्र बलों की भर्ती प्रक्रिया में खिलवाड़ कर रहे हैं।”
सचिन पायलट ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता और कड़ी मेहनत का कोई मुकाबला नहीं है। उन्होंने कहा, “हम दुनिया में बेहतरीन लड़ाकू बलों में से एक हैं। हमारी सेना और सुरक्षा बल किसी से पीछे नहीं हैं। लेकिन उनकी वीरता, ताकत, राष्ट्र के प्रति समर्पण को आने वाली पीढ़ियों के लिए और सम्मान दिया जाना चाहिए। मुझे लगता है कि सरकार ने जल्दबाजी में ऐसा किया और हम इसका विरोध करते हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति को लिखा है।
सचिन पायलट ने कहा कि इस पूरे मामले को सरकार ने गलत तरीके से डील किया है। उन्होंने कहा कि जो सेना में बड़े-बड़े पदों पर रह चुके हैं, उन्होंने भी अग्निपथ स्कीम को लेकर आपत्ति जताई है। सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उन सभी नौजवानों के साथ है, जो सेना में अपना भविष्य देखते हैं और वर्दी पहनकर हमारी सुरक्षा करते हैं।
सचिन पायलट ने कहा, “भारत सरकार को इस प्रकार की स्कीम को नहीं लाना चाहिये, ये हमारी मांग है। हम सरकार के कदम का विरोध करते हैं। जिन 1,75,000 लोगों ने सेना की परीक्षाएं पास कर ली हैं और उन्हें जॉइनिंग लेटर नहीं मिला है, उन्हें न्याय मिलना चाहिए।”