अग्रिपथ स्कीम को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले अग्निवीर स्कीम पर देश में हिंसक आंदोलन हुए अब सियासी नेताओं ने अग्निवीरों की भर्ती में जाति प्रमाण पत्र को लेकर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। सेना में जाति प्रमाण पत्र के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सवाल उठाते हुए सरकार को घेरने की कोशिश की है। जब विवाद बढ़ने लगा तो केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सफाई देते हुए कहा, ‘हमने इस बारे में कोई बदलाव नहीं किया है, ये तो पहले से चली आ रही परंपरा अग्निपथ योजना का पहले से ही विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही हैं।’ अग्निवीर भर्ती में जाति के मुद्दे को लेकर उठे घमासान के बीच न्यूज-24 की टीवी डिबेट में कर्नल दिनेश नैन ने कहा, सेना के अंदर न मंदिर होता है न मस्जिद होती है, न गुरुद्वारा होता है और न ही कोई गिरजाघर होता है। हम चारो चीजों को इकट्ठा करके एक स्थान बनाते हैं यूनिट के अंदर उसको बोला जाता है धर्मस्थल
दिनेश नैन ने कहा, जब सभी धर्मस्थल एक फौज में आ गए तो ऐसे में धर्म के अलग होने का कोई मतलब ही नहीं होता। रही बात जाति कि तो वो एक मोटिवेशन फैक्टर के लिए लड़ाई में काम आता है। जब हम किसी लड़ाई के लिए जाते हैं तो वहां पर अलग-अलग रेजिमेंट की टीम होती है जैसे डोंगरा रेजिमेंट, जाट रेजिमेंट या गढ़वाल रेजिमेंट हो गई तो ऐसे में जब किसी भी जवान को एक खरोंच भी आती है तो सभी रेजिमेंट्स के जवानों का खून खौल उठता है क्योंकि यहां पर हम रेजिमेंट्स के बीच भाईचारे को भी देखते हैं।
20 साल पहले सेना पर बोलने से घबराते थे नेता
कर्नल दिनेश नैन ने कहा, क्या कारण है कि देश की सेना जिसके बारे में आज से 20 साल पहले कोई भी नेता बोलने तक में घबराता था आज उसी सेना को लेकर सदन में शोर मचा हुआ है तो ये देश की गरिमा,देश की आन-बान-शान जो किसी भी पार्टी विशेष की नहीं बल्कि देशवासियों की है उसका इतना बुरा हाल देश की किन-किन सरकारों की वजह से होता आ रहा है और अभी भी हो रहा है ये दुर्भाग्यपूर्ण है। सेना के मुद्दे पर देश की सभी पार्टियों के नेता एक साथ बैठ जाएं और बात करें ताकि इसकी आन-बान-शान को कायम रहे। मैं इसे खरीदकर अपने घर नहीं ले जाउंगा।
सपा नेता आशुतोष वर्मा अग्निवीर स्कीम पर उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी के नेता डॉक्टर आशुतोष वर्मा ने कहा, सेना में ‘जाति’ की प्रथा बहुत पुरानी है, इस पर सपा या विपक्ष किसी ने सवाल नहीं उठाया जिसने ये कहा मुझे लगता है उसे भी डिबेट में बुलाना चाहिए था। आपने विपक्ष के नाम पर कांग्रेस और सपा को बुला लिया और उन्हें (बीजेपी) बुलाया ही नहीं। जब सेना के सर्वोच्च अधिकारी और हमारे रक्षामंत्री ने इस बात को क्लीयर कर दिया है कि ये पुरानी चली हुई प्रथा है ये कोई नई बदली नहीं है। ऐसे में मुझे नहीं लगता है कि ऐसी चीजों को विपक्ष या हम सवाल उठाएं। हमारा सवाल आज भी वही है जो मूलभूत सवाल था कि अग्निवीर क्यों? और ये अग्निवीर स्कीम ही गड़बड़ है।
देश के फेल हो चुके इंस्टीट्यूशन पर प्रयोग क्यों नहीं? ऑर्मी पर क्यों?
आशुतोष वर्मा ने कहा, विपक्ष में आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने सवाल उठाया आपने उन्हें नहीं बुलाया। हम तो पहले से कहते हैं कि अगर आपको प्रयोग करना है तो इस देश में एक्सपेरीमेंट के बहुत से इंस्टीट्यूशन हैं। वो इंस्टीट्यूशन वो इंडियन ऑर्मी जिसने आजादी के बाद आज तक आपका सर कभी झुकने नहीं दिया वहां आपने ये एक्सपेरीमेंट करने की क्यों ठानी? जाति के मुद्दे पर सपा का स्टैंड बिलकुल क्लीयर है हम सिर्फ अग्निपथ योजना पर सवाल उठा रहे हैं। देश के जो इंस्टीट्यूशन फेल हो चुके उन पर एक्सपेरीमेंट क्यों नहीं करते हैं?