मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में अपने मंत्रियों को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में की गई भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक पर बढ़-बढ़कर बोलने और सीना ठोकने से बाज़ आने के लिए कहा था लेकिन लगता है कि उनके कुछ मंत्री और दूसरे बीजेपी नेता पीएम मोदी की हिदायत को ज्यादा गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार (6 अक्टूबर) को उत्तर प्रदेश में बीजेपी नेता सर्जिकल स्ट्राइक के लिए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का सम्मान करेंगे। हालांकि बीजेपी इस सम्मान समारोह के लिए पार्टी के मंच के बजाय सामाजिक संगठनों और भूतपूर्व सैनिकों के मंच का इस्तेमाल करेगी। इससे पहले यूपी में ऐसे पोस्टर देखे गए थे जिनमें पीएम मोदी एवं अन्य बीजेपी नेताओं को सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय दिया गया था।
यूपी में अगले साल विधान सभा चुनाव होने वाले हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि मोदी सरकार सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही है। 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना कैम्प पर हुए हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। वहीं 29 सितंबर भारतीय सेना ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की जिसमें कई आतंकी मारे गए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पर्रिकर के सम्मान पहले आगरा और लखनऊ में किया जाएगा। है.
वीडियो: हंदवाड़ा में सेना कैंप पर आतंकियों ने किया हमला-
वाराणसी में शिव सेना द्वारा लगाए गए एक पोस्टर में पीएम मोदी को राम और नवाज शरीफ को रावण और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मेघनाथ के रूप में दिखाया गया था। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और कुछ कांग्रेस नेताओं ने सरकार से सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत सार्वजनिक करने की मांग की थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ड्रोन से शूट किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो फुटेज सेना ने सरकार को सौंप दिया है। वीडियो को जारी करने का अंतिम फैसला प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ ऑफिस) को लेना है। हालांकि इंडियन एक्सप्रेस को नियंत्रण रेखा के करीब रहने वाले चश्मदीदों ने बताया था कि सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी। पीओके के निवासियों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्होंने ट्रक पर शवों को लाद कर ले जाते देखा था।
वीडियो: पीओके में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक की अहमियत-