कोरोना की दूसरी लहर जब भयावह हो रही थी तब पीएम मोदी सारे काम छोड़कर प. बंगाल में दीदी ओ दीदी की माला जप रहे थे। देश के अस्पतालों के साथ शमशानों के भी हालात बेकाबू हुए तब कहीं जाकर पीएम को अपनी ड्यूटी की याद आई। सारे मामले पर भारत की मीडिया भले ही चुप्पी साधे रही पर ग्लोबल मीडिया ने मोदी की बड़े यत्न जत्न से गढ़ी गई इमेज को तार-तार करके रख दिया।
‘The Daily Guardian’ वेबसाइट पर प्रकाशित सुदेश वर्मा के 2800 शब्दों के लेख में संदेश देने की कोशिश में हैं कि लोग विपक्ष के भ्रमजाल में न फंसे। इस लेख को बीजेपी के कई मंत्रियों और नेताओं ने पीएम की फोटो शेयर करके ट्वीट किया। उन्होंने बताया कि पीएम कितनी मेहनत कर रहे हैं लोगों के लिए। सुदेश बीजेपी की आईटी सेल के संयोजक हैं। अपने लेख में उन्होंने बताया कि लोग कोरोना से हो रही मौतों का जिक्र तो कर रहे हैं, लेकिन ये किसी को नहीं दिख रहा कि 85% फीसदी से ज्यादा लोग घर पर ही सेहतमंद हो गए। केवल 5% को ही अस्पताल जाना पड़ा।
I just saw PM MODI HAS BEEN WORKING HARD; DON’T GET TRAPPED IN THE OPPOSITION’S BARBS – Click to see also ☛ https://t.co/eqwxr5s4jQ
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) May 11, 2021
Union ministers seem to be working 18 hours a day on convincing us that the PM works 18 hours a day.
— Asmita Bakshi (@asmitabee) May 11, 2021
सुदेश यही पर नहीं रुके। उन्होंने इस भयावह लहर के लिए चीन और जिहादियों को जिम्मेदार बता दिया। उनका कहना है कि ट्रम्प के बाद मोदी ही ऐसे नेता हैं जो चीन के सामने डटकर खड़े रहे। उन्हें कमजोर करने के लिए ये वायरस भारत में भेजा गया। उनका तर्क है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश में ये कोहराम क्यों नहीं दिख रहा। क्या उनका हेल्थ सिस्टम भारत से ज्यादा बेहतर है। क्या वहां के लोग ज्यादा अनुशासित हो गए हैं। या फिर वहां कोई बड़ा बदलाव आ गया।
Modi’s pandemic choice: Protect his image or protect India. HE CHOSE HIMSELF. pic.twitter.com/QjXmXRvl6A
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) May 11, 2021
Me visiting The Daily Guardian's website pic.twitter.com/Pcqgv4yaGV
— SpiDeY™ (@Parody_guy10) May 11, 2021
उनका तर्क है कि मोदी की इमेज को खराब करने के लिए ये सारा प्रपंच रचा गया। लेखक का कहना है कि स्पेस कम होने की वजह से वो ज्यादा कुछ नहीं बता पा रहे हैं। लेकिन जरूरत पड़ी तो फिर से लेख के जरिए बताएंगे कि विपक्ष शासित सूबों के सीएम किस तरह से फेल रहे। उधर. लेख पर टिप्पणी करके बीजेपी के मंत्रियों और नेताओं ने लोगों के सवालों का जवाब देने की कोशिश की पर वो नाकाम रहे। लोग उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हो रहे हैं।
डैमेज कंट्रोल में मोदी कैबिनेट के तमाम मंत्री पीएम को फिर से भगवान की श्रेणी में खड़ा करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। नाकाम इस वजह से क्योंकि जो तस्वीरें पेश की जा रही हैं, उन्हें ज्यादातर लोग पसंद नहीं कर रहे। यूजर्स बीजेपी को मंत्रियों को टका सा जवाब देने में गुरेज नहीं कर रहे। वो उन्हें जमकर खरी खोटी सुना रहे हैं। ज्यादातर का मानना है कि ये हालात सरकार ने ही पैदा किए।
सुदेश के लेख पर बीजेपी के जिन मंत्री, नेताओं ने ट्वीट किए उनमें अमित मालवीय, अनुराग ठाकुर, किरण रिजिजु प्रहलाद जोशी, जी कृष्ण रेड्डी, गोपाल कृष्ण अग्रवाल प्रमुख तौर पर शामिल हैं। ट्विटर पर ‘The Daily Guardian’को भारत का सबसे बेहतरीन अखबार बताया गया है। हालांकि, ये ई-न्यूज पेपर है। इसका कोई प्रिंट एडिशन नहीं है।
