पंजाब में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। चन्नी पंजाब में मुख्यमंत्री बनने वाले दलित समुदाय के पहले व्यक्ति हैं। शपथ ग्रहण करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात की, इस दौरान वह कई बार भावुक हुए तो किसानों के लिए कई ऐलान भी किया। चन्नी ने कहा मेरे पिता ने रिक्शा चलाया है। मैंने खुद भी रिक्शा चलाया है। मैं रिक्शा चलाने वालों का नुमाइंदा हूं।

मीडिया से बात करते हुए सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने एक मामूली आदमी को सीएम बनाया है। मैं गरीबों का नेता हूं। उन्होंने कहा कि कारोबारी मुझसे दूर रहें। मैं आम आदमी की अगुआई करूंगा। किसान डूबी तो हिंदुस्तान डूब जाएगा। अगर किसानी है तभी किसान के पास ग्राहक आता है। पंजाब सरकार किसानों के साथ खड़ी है और उनके लिए सबकुछ न्योछावर करने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि उनकी अगुवाई वाली सरकार पंजाब के सभी मुद्दों का समाधान करेगी और सभी के लिए काम करेगी।

बताते चलें कि चन्नी दलित सिख (रामदासिया सिख) समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे। वह रूपनगर जिले के चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वह इस क्षेत्र से साल 2007 में पहली बार विधायक बने और इसके बाद लगातार जीत दर्ज की। वह शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन के शासनकाल के दौरान साल 2015-16 में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी थे। रंधावा गुरुदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वह अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में कारागार मंत्री थे।

अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद चन्नी को रविवार को कांग्रेस विधायक दल का नया नेता चुना गया था। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि चन्नी मुख्यमंत्री पद के लिए राहुल गांधी की पसंद हैं। मुख्यमंत्री साथ सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओम प्रकाश सोनी ने मंत्री पद की शपथ ली जो राज्य के उप मुख्यमंत्री हो सकते हैं। रंधावा जट सिख और सोनी हिंदू समुदाय से आते हैं।