भारत के मुख्य न्यायधीश एनवी रमना शुक्रवार को रिटायर हो गए। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने उनके लिए एक फेयरवेल का आयोजन किया था। एन वी रमना ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि जिस दिन से वह बेंच में शामिल हुए थे, उस दिन से लेकर ‘न्यायपालिका में सर्वोच्च संभव पद’ तक पहुंचने तक उनकी षड्यंत्रकारी जांच होती रही। उन्होंने कहा कि मैं और मेरा परिवार चुपचाप इसे सहते रहे, लेकिन अंतत: सच्चाई की हमेशा जीत होती है।
एनवी रमना ने कहा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पिछले 16 महीनों में मेरे कॉलेजियम न्यायाधीशों और परामर्श न्यायाधीशों की मदद से हम शीर्ष अदालत में 11 न्यायाधीशों की नियुक्ति कर सके और विभिन्न उच्च न्यायालयों के लिए अनुशंसित 255 में से 224 न्यायाधीश की नियुक्ति कर सकें हैं। यह उच्च न्यायालयों की कुल स्वीकृत संख्या का लगभग 20 प्रतिशत है। हमें इसी अवधि के दौरान विभिन्न उच्च न्यायालयों के लिए 15 नए मुख्य न्यायाधीश मिले।”
24 अप्रैल 2021 को कार्यभार संभालने वाले CJI एनवी रमना ने कहा कि अधिक महिला न्यायाधीशों की नियुक्ति और बेंच पर सामाजिक विविधता को बढ़ावा देने में भी प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया हमारी संस्था को मजबूत करने के लिए न्यायाधीशों के सामंजस्य, न्याय के लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए और दृढ़ संकल्प का प्रतिबिंब है।
रोमांटिक नॉवल लिखेंगे सीजेआई- तुषार मेहता बोले तो एनवी रमना ने दिया जवाब- आईबी रिपोर्ट की तरह ही गलत है आपकी रिपोर्ट
मुख्य न्यायाधीश एन वी रमना के सम्मान में सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित विदाई समारोह में बोलते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि उन्होंने बहुत विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी इकट्ठा की है कि सीजेआई, जो तेलुगु साहित्य के पारखी हैं, उन्होंने सेवानिवृत्ति के बाद तेलुगु में एक रोमांटिक उपन्यास लिखने का विचार किया है।
तुषार मेहता के बयान पर सीजेआई एनवी रमना ने कहा कि वह तुषार मेहता को सही करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) की रिपोर्ट की तरह (आपकी रिपोर्ट कि मैं एक रोमांटिक उपन्यास लिखने जा रहा हूं) आपकी रिपोर्ट भी सही नहीं है। मैं साहित्य पर कुछ किताबें लिख सकता हूं। मैं ऐतिहासिक घटनाओं पर लिख सकता हूं जो एक वकील के रूप में हुई थीं। आईबी रिपोर्ट जजों की नियुक्ति प्रक्रिया का एक हिस्सा है।”