देश में संयुक्त अभियान चलाने के उद्देश्य से बनाया गया, सशस्त्र बल विशेष अभियान डिवीजन (AFSOD) का मुख्यालय बेंगलुरु में बनाया गया है।दिल्ली में रक्षा अधिकारियों ने कहा, “आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल ऑपरेशंस डिवीजन की स्थापना शुरुआती दिनों में इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के तहत आगरा में की गई थी और अब इसे बेंगलुरु में स्थानांतरित कर दिया गया है।”
डिवीजन के तहत आने वाले सैनिकों ने गुजरात के कच्छ क्षेत्र में पाकिस्तान सीमा के पास अभ्यास भी किया है। AFSOD ने भी अब बाहरी जरूरतों के लिए तैयारी शुरू कर दी है, जैसा कि 1980 के दशक में मालदीव में हुआ था।
यह अब सैन्य मामलों के विभाग के अधीन है और इसमें सेना के पैराशूट रेजिमेंट के अधिकारी और पुरुष, नौसेना के मरीन कमांडो और भारतीय वायु सेना के गरुड़ कमांडो शामिल हैं। AFSOD आंतरिक और बाहरी दोनों अभियानों के लिए व्यापक युद्ध अभ्यास कर रहा है। इसे जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए भी तैनात किया गया है। अधिकारियों ने कहा, “बेंगलुरु एएफएसओडी जैसे बल के संचालन के लिए भी उपयुक्त है क्योंकि उनकी लोकेशन के पास कई हवाई पट्टियां हैं।”
एएफएसओडी 2018-19 में बनाई गई तीन रक्षा एजेंसियों में से एक थी, जो बलों के बीच संयुक्तता (Jointness) और एकीकरण (Integration) बढ़ाने के प्रयासों के तहत बनाई गई थी।
तीनों सेनाओं के विशेष बलों ने हाल ही में सिलीगुड़ी कॉरिडोर के पास चिकन्स नेक क्षेत्र के पास युद्धाभ्यास किया और अंडमान और निकोबार द्वीप क्षेत्र में नियमित रूप से अभियानों का अभ्यास करते रहे हैं।