सार्वजनिक कार्यक्रमों में नेताओं पर हमला करने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। सोमवार को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में समाजवादी पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग महासम्मेलन (OBC Conference) में वकील की तरह कपड़े पहनकर आए एक शख्स ने वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या पर जूता फेंका। हालांकि जूता उनके पास तक नहीं पहुंच पाया। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने उसे फौरन पकड़ लिया और घूंसे, बेल्ट से जमकर पीटा। बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। उसका नाम आकाश सैनी बताया गया है। घटना के कुछ देर बाद वहां पर अखिलेश यादव को भी आना था।
आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, पुलिस कर रही पूछताछ
इससे ठीक एक दिन पहले रविवार को पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान पर यूपी के मऊ जिले के घोसी क्षेत्र में काली स्याही फेंकी गई थी। दारा सिंह पहले समाजवादी पार्टी में थे, बाद में वे भाजपा में शामिल हो गये थे। लखनऊ के एपीसी अनियांडी विक्रम सिंह ने मीडिया को बताया, ”आरोपी को अस्पताल ले जाया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।” विभूतिखंड पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। स्वामी प्रसाद मौर्या रामचरितमानस और हिंदू मंदिरों पर अपनी टिप्पणियों को लेकर विवादों में हैं।
घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाला है और 5 सितंबर को मतदान है। भाजपा नेता दारा सिंह चौहान रविवार को अदरी गांव में चुनाव प्रचार के लिए गए थे। वे जैसे ही कार से उतरे किसी ने उन पर स्याही फेंक दी। स्याही दारा सिंह चौहान की आंखों में जाने से अफरा तफरी मच गई थी। हमलावर फरार हो गया और उसकी पहचान नहीं हो पाई थी।
भाजपा उम्मीदवार दारा सिंह चौहान ने कहा कि सपा के सारे समीकरण ध्वस्त हो चुके हैं। इससे बौखलाहट में स्याही फेंकी गई है। लेकिन स्याही का जवाब देने के लिए जनता भाजपा के साथ निकल पड़ी है। इससे हताश और निराश होकर विरोधी इस तरह का काम कर रहे है।
