केंद्रीय विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पाकिस्तान में जन्मे और भारत की नागरिकता हासिल करने वाले गायक अदनान सामी को इस साल पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुने जाने पर बधाई देते हुए उम्मीद जताई है कि शाहीन बाग में प्रदर्शनकारी इसे ‘सुन रहे’ होंगे। मंत्री ने शनिवार (25 जनवरी, 2020) को ट्वीट किया, ‘मुझे उम्मीद है कि शाहीन बाग सुन रहा है। भारत नागरिकता छीनने में भरोसा नहीं करता।’

उन्होंने कहा, ‘प्रतिभाशाली श्री अदनान सामी को पद्म श्री से नवाजे जाने पर बधाई। वह उन कई लोगों में से एक हैं, जिन्होंने भारत के संविधान में भरोसा जताया और जिन्हें भारतीय नागरिकता दी गई।’ प्रदर्शनकारी सीएए के खिलाफ पिछले एक महीने से अधिक समय से दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे हैं। अदनान सामी को पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने पर सोशल मीडिया यूजर्स भी तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

न्यूज चैनल एनडीटीवी के पत्रकार अखिलेश शर्मा ने भी अदनान सामी को पद्मश्री दिए जाने पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने शनिवार को ट्वीट कर लिखा, ‘किस्मत हो तो अदनान सामी जैसी। भारत की नागरिकता भी पा गए और भारत का नागरिक सम्मान भी। शायद ये दोनों चीजें हासिल करने वाले वे पहले पाकिस्तानी हों। उनके योगदान पर बहस हो सकती है। हो सकता है उन्हें अपना वजन कम करने के लिए ही सम्मानित कर दिया गया हो।’

उनके इस ट्वीट पर अन्य यूजर्स ने भी प्रतिक्रियाएं दी है। एक यूजर मुदित पाराशरी ट्वीट कर लिखते हैं, ‘योगदान से बढ़कर वो भारत की नागरिकता की कीमत जानते हैं और उसका सम्मान करते हैं।’ दिलीप कुमार ट्वीट कर लिखते हैं, ‘एक सम्मान आपको भी मिलना चाहिए NDTV में होने के बावजूद भी कभी भड़काऊ भाषण बयान ट्वीट करते हुए नहीं देखा हमेशा सच्चाई कही। बिना किसी भेदभाव के ऐसी बातें आपके द्वारा पता चली जो कोई और नहीं बताता आपको भी बहुत बहुत धन्यवाद।’ अंशुल गर्ग लिखते हैं, ‘ऐसी बहस हो जाए तो सरकार के पास 70 साल में दिए गए दो तिहाई पद्म विभूषण वापिस आ जाएंगे।’

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति ने इस साल 141 पद्म पुरस्कार प्रदान किए जाने को मंजूरी दी है जिनमें चार मामलों में दो-दो लोगों को संयुक्त पुरस्कार दिया जाएगा। पुरस्कार विजेताओं में 34 महिलाएं है। इनमें विदेशी/एनआरआई/पीओआई/ओसीआई श्रेणी से 18 लोग हैं और 12 लोगों को मरणोपरांत सम्मानित किया गया है। (भाषा इनपुट)