मशहूर बिजनेसमैन गौतम अडानी को राज्यसभा भेजे जाने की खबरों पर अडानी ग्रुप ने अपनी सफाई दी है। ग्रुप ने कहा कि अडानी फैमिली को पॉलिटिक्स में कोई इंटरेस्ट नहीं है। शनिवार रात जारी ऑफिशियल बयान में ग्रुप ने कहा कि गौतम अडानी, प्रीति अडानी या अडानी परिवार के किसी भी सदस्य को पॉलिटिक्स या किसी भी राजनीतिक दल में शामिल होने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
अडानी समूह ने बयान जारी कर कहा कि हम गौतम अडानी और डॉ. प्रीति अडानी को राज्यसभा सीट दिए जाने की मीडिया रिपोर्टिंग से वाकिफ हैं। हालांकि, यह रिपोर्ट पूरी तरह से गलत है। बिजनेस ग्रुप ने अपने बयान में कहा कि जब भी राज्यसभा में सीट खाली होती है हर बार यह खबर उड़ाई जाती है। यह बहुत ही दुखद है कि इस तरह से उनके नामों को जबरदस्ती घसीटा जाता है।
बयान के मुताबिक न ही गौतम अडानी, डॉ. प्रीति अडानी या अडानी परिवार का कोई सदस्य राजनीति में जाने को इच्छुक है और न ही कोई राजनीतिक दल ज्वाइन करना चाहता है।
57 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव: 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों के लिए 10 जून को चुनाव होंगे। इन सभी सीटों के सांसदों का कार्यकाल जून से अगस्त के बीच पूरा हो रहा है। आंध्र प्रदेश में चार सीटों पर, छत्तीसगढ़ में दो राज्यसभा की सीटों पर चुनाव होने हैं। वहीं, मध्य प्रदेश में तीन सीटों पर और कर्नाटक में चार सीटों पर चुनाव होंगे।
ओडिशा में तीन सीटें, महाराष्ट्र में छह सीटें और राजस्थान में चार सीटें खाली हैं। वहीं, पंजाब में दो और उत्तराखंड में एक सीट पर चुनाव होगा। बिहार में भी राज्यसभा की पांच सीटें खाली हैं। झारखंड और हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों के लिए चुनाव की घोषणा हुई है।
फोर्ब्स लिस्ट में पांचवें नंबर पर: अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी 25 अप्रैल को दुनिया के सबसे अमीर लोगों की फोर्ब्स लिस्ट में पांचवें नंबर पर पहुंच गए थे। गौतम अडानी की कुल नेट वर्थ 123.1 अरब डॉलर आंकी गई। उन्होंने अपने कारोबार की शुरुआत महज 5 लाख रुपए की कंपनी से की थी और धीरे-धीरे विशाल साम्राज्य खड़ा कर दिया।