केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने राष्ट्रीय राजधानी के जिन छह जिलों की स्थिति पर चिंता जाहिर की है, उनमें से उत्तर-पूर्वी जिला सबसे अधिक प्रभावित है। यहां पर अब तक करीब 50 हजार कोरोना मामले सामने आ चुके हैं।

पूर्वी दिल्ली जिले में वर्तमान में कोरोना विषाणु संक्रमण के सबसे अधिक 6,852 उपचाराधीन मरीज हैं। वहीं, कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा 1,042 मृत्यु मध्य दिल्ली में हुई हैं, जबकि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में मृत्यु दर सबसे अधिक तीन फीसद है। दिल्ली में फिलहाल 3,453 निषिद्ध क्षेत्र हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक उत्तर दिल्ली जिले में तीन महीने के दौरान लगातार संक्रमण दर में वृद्धि हुई है। यहां 31 अगस्त को संक्रमण दर नौ फीसद, 27 सितंबर को 11.8 फीसद, 22 अक्तूबर को 12.3 फीसद और चार नवंबर को 12.9 फीसद संक्रमण दर दर्ज की गई। उत्तर-पश्चिम दिल्ली, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली, पश्चिम दिल्ली और दक्षिण पश्चिम जिलों में पिछले महीने के मुकाबले संक्रमण दर में वृद्धि दर्ज की गई है।

पूर्वी दिल्ली के अलावा उत्तर में 2741, मध्य में 2956, उत्तर-पश्चिम में 4314 और दक्षिण-पूर्व में 2814 उपचाराधीन मामले हैैं

कब कितने मामले
31 अगस्त तक 23 जून को सबसे अधिक 3,947 मामले दर्ज किए गए थे। इसके बाद दूसरे सबसे अधिक मामले 19 सितंबर को 4,701 दर्ज किए गए। अब तक के सबसे ज्यादा मामले चार नवंबर को 6,842 मामले सामने आए।

अस्पतालों में बढ़े मरीज
दिल्ली के अस्पतालों में 18 फीसद कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है। अक्तूबर में इनकी संख्या में इजाफा हुआ है। वहीं, 59 फीसद मरीजों का इलाज घर में एकांतवास में हो रहा है। इसके अलावा शेष मरीजों का इलाज कोविड देखभाल केंद्र और कोविड स्वास्थ्य केंद्र में हो रहा है।

दक्षिण पश्चिम में सबसे अधिक निषिद्ध क्षेत्र

दक्षिण पश्चिम जिले में सबसे अधिक 657 निषिद्ध क्षेत्र हैं। इसके बाद दक्षिण दिल्ली जिले में 631, पूर्वी दिल्ली में 398 और मध्य दिल्ली में 338 निषिद्ध क्षेत्र हैं।