कोरोना विषाणु संक्रमण का प्रकोप भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहा है। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) की एक रिपोर्ट के मुताबिक शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों से संक्रमण के अधिक मामले सामने आ रहे हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रामीण इलाकों में संक्रमण के फैलने का प्रतिकूल असर राज्यों की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक राज्यों के सकल घरेलू उत्पाद (एसजीडीपी) में 16.8 फीसद की गिरावट का अनुमान है।

एसबीआइ की ताजा ‘ईकोरैप’ रिपोर्ट के मुताबिक देश में जुलाई और अगस्त (13 तारीख तक) क्रमश: 51 और 54 फीसद कोरोना विषाणु संक्रमण के नए मामले ग्रामीण जिलों से दर्ज किए गए जबकि अप्रैल में सिर्फ 23 फीसद मामले ग्रामीण जिलों से आए थे। मई में 27 और जून में 24 फीसद मामले ग्रामीण जिलों से दर्ज किए गए। इस रिपोर्ट में जिलों के आधार पर कोरोना की स्थिति का आकलन किया गया है और 2011 की जनसंख्या गणना के आंकड़ों को आधार बनाया गया है।

ग्रामीण जिलों की परिभाषा
60 फीसद से अधिक ग्रामीण जनसंख्या वाले जिलों को ग्रामीण जिला कहा जाता है अन्यथा उसे शहरी जिला माना जाता है।

एक महीने में तेज वृद्धि
रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई के अंत से देखा गया कि संक्रमण के एक से पांच हजार मामले वाले जिलों की संख्या में वृद्धि हुई है। एक महीने के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं और दस से कम संक्रमण के मामले वाले जिलों की संख्या सिर्फ 14 रह गई है जो अप्रैल में 415 थी।

रिपोर्ट के मुताबिक आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, दिल्ली, गोवा और पंजाब जैसे राज्यो की डीजीपी को सबसे अधिक नुकसान होगा। देश के हिसाब से देखें तो महाराष्ट्र में सबसे अधिक जीडीपी की हानि होगी जो 14.2 फीसद तक हो सकती है।

मामलों की चरम स्थिति निकल चुकी
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली, गुजरात, तमिलनाडु, जम्मू कश्मीर और त्रिपुरा में संक्रमण के मामलों का चरम स्थिति निकल चुकी है जबकि देश के अन्य राज्यों में अभी यह स्थिति नहीं आई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि एक विश्लेषण के मुताबिक महाराष्ट्र, तेलंगाना, बिहार और पश्चिम बंगाल में संक्रमण दर अधिक है और प्रति दस लाख जनसंख्या पर जांच कम है।

इसका अर्थ यह है कि इन राज्यों में मामलों का चरम स्थिति अभी नहीं आई है और जांच बढ़ने के साथ इन राज्यों में स्थिति और खराब होगी।

कोरोना से  ग्रामीण आंध्र और महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित 
अगस्त में जिन 50 जिलों में सबसे अधिक मामले बढ़े हैं, उनमें से 13 आंध्र प्रदेश के हैं। आंध्र के इन 13 जिलों में से 11 ग्रामीण जिले हैं। इसी तरह इन 50 जिलों में से 12 जिले महाराष्ट्र हैं जिनमें से छह जिले ग्रामीण हैं। इन 50 जिलों में उत्तर प्रदेश, बिहार, असर और ओड़ीशा के ग्रामीण जिले भी शामिल हैं। जुलाई और अगस्त में सबसे अधिक प्रभावित आंध्र प्रदेश का पूर्वी गोदावरी, महाराष्ट्र का जलगांव, ओड़ीशा का गनजम और कर्नाटक का बेल्लारी जिला रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक ये 50 जिले अपने-अपने राज्यों की जीडीपी में दो से चार फीसद तक का योगदान करते हैं। ऐसे में इन राज्यों की अर्थव्यवस्था पर संक्रमण फैलने का प्रतिकूल असर पड़ेगा।