नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। टीवी चैनलों पर नेता इसके पक्ष और विपक्ष में अपना तर्क रखते हैं। इसी कड़ी में एक चैनल पर बहस के दौरान AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी के बीच तीखी बहस हुई और दोनों के बीच शायरा अंदाज में दलीलों का आदान- प्रदान हुआ।

दरअसल, कार्यक्रम में पत्रकार ने बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी से पूछा कि एनआरसी के आप पक्ष में हैं या विपक्ष में हैं? क्या लगता है आपको ये होना चाहिए या नहीं होना चाहिए आप साफ शब्दों में जवाब दीजिए। इसपर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सरकार का स्टेटमेंट यह है कि सरकार के पास ऐसा कोई बिल या कोई विचार फिलहाल के समय में नहीं है। आगे क्या होगा देश के हित में जो भी फैसला होगा सरकार सजगता से लेगी। वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां, हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में है।।

उनके  इस जवाब पर ओवैसी ने कहा कि यह तो मुगल ए आजम फिल्म का सीन हो गया। जब बादशाह अकबर ने अनारकली से पूछा कि क्या चाहिए तो अनारकली ने कहा कि मुझे इस मुल्क की मल्लिका बनना है। इस पर बादशाह अकबर ने कहा कि तेरे दिल की बात जुबां पर आ ही गई।

इस बात पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जिस मुगल ए आजम की बात ये कर रहे हैं। उसमें अनारकली और कुछ कहती हैं। वो कहती हैं कि साहिब ए आलम ने मुझसे वादा किया था कि एक दिन मुझे मल्लिका ए हिदुंस्तान जरूर बनाएंगे और मैं नहीं चाहती हिंदुस्तान का होने वाला बादशाह ता उम्र एक गलीज के दिए हुए वादे के बोझ तले दबा रहे। इस बात पर ओवैसी ने कहा कि मैं आपसे एक रिक्वेस्ट करूंगा कि अनारकली की तरह हम मुस्लिमों को भी दीवार में मत चुनवा दीजिएगा।