मोदी सरकार आर्थिक मोर्चे पर आलोचनाओं के घेरे में है। विपक्ष का कहना है कि देश आर्थिक मंदी की तरफ बढ़ रहा है और सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी है। घटती डिमांड और गिरते निवेश की वजह से देश की अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती का असर अब सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर भी दिखने लगा है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर लगातार पांचवी तिमाही में कम होकर 5 प्रतिशत रह गई है। कई कंपनियों ने अपना काम कुछ समय के लिए बंद कर दिया है तो लाखों लोगों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है।

अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर एबीपी न्यूज चैनल के ‘संविधान की शपथ’ लाइव डिबेट शो में एंकर रोमाना ईसार खान ने मंदी पर सवाल जवाब किए। डिबेट के दौरान बीजेपी प्रवक्ता पैनलिस्ट से उलझ गए और उनसे कहा कि “आप भरपेट खाकर आए हैं और बोलते हैं ‘मंदी’ की बात कर रहे हैं।”

दरअसल एंकर पैनलिस्ट से पूछती हैं कि ऑटो सेक्टर में मंदी का दौर है और खुद परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी यह बात स्वीकार कर चुके हैं। और इस सेक्टर को सरकार की तरफ से मदद देने की बात कह चुके हैं। क्या ऐसा होगा? इस पर बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र तनेजा कहते हैं ‘देखिए हम विकासशील अर्थव्यवस्था हैं। हम पार्टी के अंदर भी अलग-अलग बात कर सकते हैं। हर व्यक्ति की अपनी स्वतंत्रता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी चुनाव से पहले राफेल-राफेल करते रहे लेकिन अब उसकी बात नहीं करते। लेकिन अब ये (विपक्ष) नया भूत (मंदी) पकड़कर ले आए हैं। बीजेपी प्रवक्ता के इतना कहते ही पैनल में शामिल किसान संघर्ष समिति के दुष्यंत नागर कहते हैं ‘इस भूत से ही जनता परेशान है।’

तनेजा दुष्यंत नागर को बीच में ही रोकते हुए कहते हैं ‘जनता इन लोगों (विपक्ष) से ज्यादा समझदार है। जो टेलिविजन स्टूडियो में लोगों को बोलने नहीं देते आम जनता इन्हीं से ज्यादा परेशान है। जनता को डराने में यह बिल्कुल भी सफल नहीं होंगे। जनता जानती है कि उसकी थाली में रोटी के क्या भाव चल रहे हैं। आम जनता जानती है कि सरकार भ्रष्टाचार पर वार कर रही है या नहीं कर रही। बड़े मंत्री जेल जा रहे हैं या नहीं जा रहे। जनता देख रही है कि ये सरकार 24 घंटे काम कर रही है।’

बीजेपी प्रवक्ता के इतना कहते है दुष्यंत नागर पलटवार करते हुए कहते हैं ‘आखिरकार सच्चाई जवान पर आ ही गई। आप लोग महंगाई से ध्यान भटकाने के लिए विपक्ष के नेताओं को जेल भेज रहे हैं। आपने यह स्वीकार कर लिया।’ इस पर बीजेपी प्रवक्ता कहते हैं ‘आपके ये सब कहने से कुछ नहीं होगा। आपको जितना चिखना है चीख लीजिए। आप भरपेट अच्छा खाना खा रहे हैं तभी चीख रहे हैं। हमने महंगाई काबू में रखी है तभी आप चीख रहे हैं।’

देखिए डिबेट में आगे और क्या हुआ:-