पश्चिम बंगाल में टीएमसी के अंदर सब कुछ सही नहीं चल रहा है। यहां पर वरिष्ठ बनाम युवा नेताओं की एक अलग ही सियासी लड़ाई छिड़ी हुई है। लंबे समय से ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि अभिषेक बनर्जी की वजह से टीएमसी के ही कई वरिष्ठ नेता खफा चल रहे हैं। अब इस बीच एक बार फिर ओल्ड बनाम यंग गार्ड के विवाद पर अभिषेक बनर्जी ने बड़ा बयान दे दिया है।

अभिषेक बनर्जी ने इस बात पर जोर दिया है कि अगर 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए ममता बनर्जी की तरफ से कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी, वे उसके लिए पूरी तरह तैयार हैं। अभिषेक का मानना है उम्र के लिहाज से लोगों की कार्य क्षमता कम हो जाती है, जो कार्य 30 की उम्र में किया जा सकता है, 56 साल की उम्र में उतने प्रभावी अंदाज में नहीं किया जा सकता। ममता के साथ तल्खी की अटकलों पर टीएमसी नेता ने साफ कर दिया है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री इस समय वरिष्ठ और युवा दोनों नेताओं को साथ लेकर चल रही हैं।

वैसे टीएमसी में ओल्ड बनाम यंग गार्ड की लड़ाई लंबे समय से चल रही है। इस विवाद ने नाटकीय मोड़ उस समय ले लिया था जब ममता बनर्जी ने खुद तल्ख अंदाज में कहा था कि पार्टी के सीनियर नेताओं को भी पूरा सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने उस तर्क को भी सिरे से खारिज कर दिया था जहां कहा गया था कि वरिष्ठ नेताओं को संन्यास ले लेना चाहिए।

बड़ी बात ये है कि सीएम ममता के उस बयान के बाद भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी अपने विचार रखे थे। उनका मानना था कि पॉलिटिक्स में भी रिटायर होने की एक उम्र होनी चाहिए। उन्होंने तब भी यही तर्क दिया था कि एक उम्र के बाद कार्य करने की क्षमता कम होने लगती है। यहां ये समझना जरूरी है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी के अंदर ये जो अंदरूनी लड़ाई छिड़ी हुई है, इसका फायदा कांग्रेस भी उठाने की कोशिश कर रही है।

कुछ दिन पहले ही अधी रंजन चौधरी ने बड़ा बयान देते हुए कह दिया था अगर आने वाले समय में अभिषेक बनर्जी को भाजपा मुख्यमंत्री बना दे तो हैरानी नहीं होनी चाहिए। अब उस बयान में वैसे तो अधीर ने ममता बनर्जी का जिक्र भी नहीं किया, लेकिन जानकारों के मुताबिक वो सीधी चुनौती बंगाल की मुख्यमंत्री को ही थी। उन्हें संकेत दे दिया गया था कि उनकी सीएम कुर्सी अब खतरे में है।