ईडी ने मंगलवार को दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के घर पर छापा मारा। आम आदमी पार्टी के नेता के खिलाफ यह कार्रवाई अस्पतालों के निर्माण में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में की गई। ईडी की छापेमारी के बाद बीजेपी और आप के बीच घमासान छिड़ गया है। इस बीच सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैंने ईडी की टीमों को मुझे गिरफ्तार करने का प्रस्ताव दिया।
दिल्ली आप अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा, “मैंने ईडी की टीमों से कहा कि अगर वे मुझे गिरफ्तार करना चाहते हैं तो कर सकते हैं। मैंने उन्हें तीन बार यह प्रस्ताव दिया। मैं अरविंद केजरीवाल का अनुयायी हूं। मैं आपकी इच्छा के अनुसार काम नहीं करूंगा। मैं कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा। वे प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मुझे गिरफ्तार भी कर सकते हैं।”
सौरभ भारद्वाज के घर ईडी की छापेमारी पर क्या बोलीं आतिशी?
दिल्ली की विपक्ष की नेता और आप नेता आतिशी ने कहा, “ईडी ने सौरभ भारद्वाज के आवास पर 20 घंटे तक तलाशी ली। सौरभ भारद्वाज के आवास पर छापेमारी क्यों की गई? ये छापेमारी सिर्फ़ ध्यान भटकाने के लिए की गई। आप की ताकत है कि वह कभी झुकती नहीं और इसीलिए भाजपा आप से डरती है।”
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AAP पर हमलावर BJP
वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख एवं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय के छापों ने पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल सरकार के कार्यकाल में हुए चिकित्सा घोटाले का पर्दाफाश किया है। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि ईडी की छापेमारी के बाद अब घबराए हुए आप नेता कह रहे हैं कि जब अस्पतालों के निर्माण का निर्णय लिया गया था तब भारद्वाज मंत्री नहीं थे।
सचदेवा ने कहा, ‘‘हालांकि यह सच हो सकता है लेकिन असली सवाल यह है कि क्या आप इस तथ्य से इनकार कर सकती है कि अस्पतालों के वास्तविक निर्माण के दौरान भारद्वाज मंत्री थे।’’ भाजपा नेता सचदेवा ने एक वीडियो बयान में कहा कि दिल्ली की आप सरकार अस्पतालों के निर्माण और दवाओं व उपकरणों की खरीद में हुए घोटाले में शामिल थी। उन्होंने कहा कि दवाओं की खरीद में हुए घोटाले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) द्वारा पहले ही की जा रही है।
वहीं, दूसरी ओर आप ने मंगलवार को कहा कि भारद्वाज के खिलाफ छापेमारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की डिग्री के बारे में उठ रहे सवालों से ध्यान हटाने का एक प्रयास है। पार्टी ने कहा कि यह हमारे नेता के खिलाफ मामला झूठा है क्योंकि जब अस्पताल के निर्माण का निर्णय लिया गया था, तब वह मंत्री नहीं थे। सचदेवा ने कहा कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि घोटाले के समय मंत्री कौन था क्योंकि ईडी अस्पतालों के निर्माण में अनियमितताओं की जांच कर रहा है न कि ऐसा करने के फैसले की। पढ़ें- CSDS के संजय कुमार के खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक