आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक कमांडो सुरेंद्र सिंह को शुक्रवार को वन रैंक वन पेंशन के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंचना भारी पड़ गया। सरकारी कमर्चारियों से मारपीट, दुर्व्यवहार और एससी-एसटी एक्ट में नामजद विधायक को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद एक बार फिर दिल्ली पुलिस, दिल्ली सरकार और आप आमने-सामने आ गर्इं। आप ने इसे केंद्र के इशारे पर उठाया गया कदम बताया।

कमांडो सुरेंद्र सिंह को शुक्रवार को वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर धरना दे रहे पूर्व सैनिकों के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंचे थे। वहीं से संसद मार्ग थाना पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान थाना क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। अर्धसैनिक बल की भी तैनाती की गई थी।

पुलिस के मुताबिक चार अगस्त को एनडीएमसी के सफाई निरीक्षक की टीम लुटियन जोन में अतिक्रमण हटा रही थी। शाम को टीम तुगलक रोड थाना क्षेत्र स्थित मेट्रो स्टेशन के पास अवैध रूप से सब्जी बेच रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही थी। इस दौरान वहां से गुजर रहे विधायक कमांडो सुरेंद्र सिंह ने कार रुकवा कर मामले में हस्तक्षेप किया। उन्होंने सब्जी विक्रेता को वहां से भगा दिया। बेलदार मुकेश ने इसका विरोध किया तो विधायक और उनके साथियों ने एनडीएमसी कर्मियों के साथ न केवल मारपीट की बल्कि धमकी देने के अलावा जाति सूचक शब्द भी बोले।

एनडीएमसी के कर्मचारियों की शिकायत पर तुगलक रोड थाने में कमांडो सुरेंद्र सिंह और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। पुलिस अधिकारियों की ओर से तलब करने के बावजूद सुरेंद्र सिंह पुलिस जांच में शामिल नहीं हो रहे थे। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विधायक को एक सरकार कर्मचारी के साथ मारपीट करने और उसे काम करने से रोकने के आरोप में अन्य धाराओं के साथ-साथ एससी-एसटी अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी ने कहा कि स्वच्छता निरीक्षक आरजे मीणा ने पुलिस से शिकायत की थी कि जब टीम ने ई-रिक्शा चालक के दस्तावेज की जांच के लिए उसे पकड़ा तो सुरिंदर सिंह ने बेलदार मुकेश को पीटा।

गिरफ्तारी से बचने के लिए सुरेंद्र ने अदालत में अंतरिम जमानत याचिका दाखिल की थी। लेकिन एससी-एससी एक्ट गैर जमानती धारा होने के कारण उनकी याचिका 12 अगस्त को खारिज कर दी गई थी। पुलिस ने विधायक के सहायक प्रवीण और ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया है।

सुरेंद्र सिंह की गिरफ्तारी के बाद आप की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘मुबंई हमले में चोटिल हुए जवान कमांडो सुरेंद्र सिंह भगोड़ा नहीं थे। दिल्ली पुलिस आयुक्त से मिल चुके थे।’ वहीं विधायक कमांडो सुरेंद्र सिंह ने कहा कि दिल्ली पुलिस कंस की तरह बर्ताव कर रही है। इसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ेगा।

आप नेता आशुतोष ने आरोप लगाया कि केंद्र सीएनजी फिटनेस मामले में भ्रष्ट लोगों को बचा रही है और पूर्व एनएसजी कमांडो, ‘देशभक्त’ सुरिंदर सिंह को गिरफ्तार करा रही है जिन्होंने 26/11 के मुंबई हमले के दौरान आतंकियों की गोलियां का सामना किया था।