प्रतिभा शुक्ल

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में डटी आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार चुनने से लेकर पूरी चुनावी रणनीति में अबकी बार थोड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। आप ने भाजपा और कांग्रेस के मुकाबले सबसे पहले अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है। अबकी बार मुद्दों पर बात ज्यादा प्रभावी ढंग से की जा रही है, जो व्यवहारिकता के करीब है। आगामी चुनाव में आप दूसरी बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में उतर रही है बावजूद इसके राजनीतिक अनुभव के लिहाज से ज्यादा अंतर नहीं पड़ा रहा है। भाजपा और कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टियों के इतर आप की चुनावी तैयारी कहीं ज्यादा तूफानी है। पैसे जुटाने और खर्च करने सहित कई मामलों में आप उस भूमिका में है, जिसमें पहले भाजपा रहती थी।

आप ने अबकी बार कुल 70 में से अभी तक कुल 69 सीटों पर उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। उम्मीदवारों की इस पांचवीं सूची के साथ ही पार्टी ने 70 सदस्यों वाले विधानसभा के 59 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली से मैदान में हैं। पहले तय था कि केजरीवाल के नाम की घोषणा अंतिम उम्मीदवार के तौर पर की जाएगी, जो आप के ही बाकी 69 उम्मीदवार मिल कर करेंगे। पर इस पर उठते सवालों और आप के डर का आरोप लगने पर पार्टी ने अरविंद की उम्मीदवारी की घोषणा कर दी।

राजेंद्र गौतम को सीमापुरी से दिकट दिया है। फतेह सिंह को गोकुलपुरी से टिकट दिया गया है। अखिलेशपति त्रिपाठी को माडल टाउन से महेंद्र यादव को विकासपुरी, रिटायर्ड कर्नल देवेंद्र सहरावत बिजवासन से और जरनैल सिंह को राजौरी गार्डन से टिकट दिया गया है। कांग्रेस से आई अलका लांबा को चांदनी चौक से और हाजी इशराक (भूरे भाई)को सीलमपुर से लड़ा रही है। आप के पूर्व विधायकों समेत कुल छह उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। चांदनी चौक, राजौरी गार्डन और सीलमपुर से इस बार नए चेहरे उतारे गए हैं। पार्टी ने अपने पूर्व विधायक धर्मेंद्र कोली का टिकट काट दिया है। घर्मेंद्र कोली पार्टी की पिछली जीत के समय से ही विवादों में थे। कोली पर कांग्रेस के पूर्व विधायक की पत्नी से अभद्रता का आरोप भी लगा। बाद में उपराज्यपाल से मिलने जाते समय आप के जो छह विधायक नहीं पहुंचे थे, उनमें कोली भी शामिल थे।

लोकसभा उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारने से इनकार कर रही पार्टी ने चौथी सूची में पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से मैदान में उतर चुके जरनैल सिंह को राजौरी गार्डन से टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुई अलका लांबा को पार्टी ने चांदनी चौक सीट से मैदान में उतारा है। चौथी सूची में आप ने अपने दो पूर्व विधायकों अखिलेशपति त्रिपाठी व महेंद्र यादव उनके मौजूदा सीटों पर ही टिकट दिया है। गौरतलब है कि कुछ समय पहले तक पार्टी ने दोनों के नामों को काटने की आशंका जताई थी। वहीं रिटायर्ड कर्नल देवेंद्र सहरावत को बिजवासन से उम्मीदवार बनाया गया है, वे 2013 में हुए चुनाव में वह इसी सीट से चुनाव लड़े थे।

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के पालम से अपनी विवादास्पद प्रत्याशी भावना गौड़ का टिकट बरकरार रखा है, जबकि पार्टी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने भावना गौड़ के खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन मामले की जांच कर रही पार्टी की अंदरुनी समिति ने उन्हें क्लीनचिट दे दी है। प्रोफेसर आनंद कुमार, प्रशांत भूषण, ऋषिकेश कुमार और आशीष खेतान इस समिति के सदस्य थे। ईमेल के जरिए शिकायतकर्ता को भी इस बाबत सूचना दी। इस मेल में लिखा गया है भावना गौड़ के खिलाफ शिकायत पर विचार करने के लिए समिति ने पिछले तीन हफ्ते में तीन बैठकें की हैं। सभी दस्तावेजों की जांच करके और सभी पक्षों को सुनने के बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि उनके खिलाफ शिकायत में दम नहीं है और समिति उन्हें सभी आरोपों से मुक्त करती है। शिकायत करने वालों का तो यहां तक आरोप है कि लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी देवेंद्र सहरावत के चुनाव प्रचार के दौरान भी भावना गौड़ ने ट्रांसपोर्ट बिलों में धांधली की थी।

आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली देहात के मतदाताओं को साधने की तैयारी कर ली है। शुरुआती तैयारी उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि को लेकर है। इसके लिए उम्मीदवार का जातीय आधार भी देखा जा रहा है। पार्टी जाट समुदाय के लोगों को टिकट देने के साथ ही ब्राह्मण और यादव समुदाय के लोगों पर भी दांव लगा रही है। पार्टी का मानना है कि ब्राह्मण और यादव समुदाय के नेता पूर्वांचल के मतदाताओं पर असर डालेंगे। दिल्ली देहात की करीब तेरह सीटें हैं। इसमें से करीब आठ सीटें जाट बहुल हैं। जबकि तीन सीटों पर गुर्जर समुदाय का दबदबा है। वहीं, एक सीट आरक्षित है। आप ने दिल्ली विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष फतेह सिंह को गोकुलपुरी से टिकट दिया है। सिंह पिछले दिनों भाजपा छोड़कर आप में शामिल हुए हैं। पार्टी ने वीना आनंद, राजेश गर्ग का टिकट काट दिया है। बताया जाता है कि ये वे नाम हैं जो पार्टी के रुख के साथ खड़े नहीं थे।

पार्टी ने निर्दलीय पार्षद नरेश बाल्यान को उत्तम नगर से, पार्टी कार्यकर्ता अमानतुल्ला खान को ओखला से और पेशे से वकील कैलाश गहलोत को नजफगढ़ से उम्मीदवार बनाया है। आप कार्यकर्ता राजेंद्र डबास मुंडका सीट से किस्मत आजमाएंगे, वहीं एसडी शर्मा घोंडा से उम्मीदवार होंगे। सीमापुरी से पार्टी ने स्थानीय कार्यकर्ता राजेंद्र गौतम को उतारा है। आम आदमी पार्टी ने अपनी पहली सूची में 22 उम्मीदवारों की घोषणा की थी, जबकि दूसरी सूची में 13 उम्मीदवारों, तीसरी में 10 और चौथी सूची में छह लोगों के नाम जारी किए थे और पांचवी में आठ नाम शामिल हैं।

पार्टी प्रचार के नए-नए तरीकों को भी आजमा रही है। कार्यकर्ताओं की दिक्कत दूर करने के लिए देश भर के कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था। सभी को दिल्ली इकाई प्रशिक्षण देगी। इसमें खास जोर आप सरकार के 49 दिनों की उपलब्धियों पर दिया जाएगा। बाद में कार्यकर्ता इसी पर अपने प्रचार को आगे बढ़ाएंगे। पार्टी ने गरीब तबके के अलावा इस बार आर्थिक रूप से मजबूत उम्मीदवारों को भी मैदान में उतारा है। पहले भाजपा कहती थी कि हम इसलिए पैसा खर्च करने पर मजबूर हैं क्योंकि विपक्षी पार्टी अकूत पैसा खर्च कर रही है। अब आप भी कह रही है कि उसे चुनाव के लिए पैसे चाहिए क्योंकि चुनाव आयोग ने भी राशि बढ़ा दी है और दोनों अन्य पार्टियां अथाह पैसा खर्च करती हैं। पार्टी ने अबकी बार अपनी अलग अलग इकाइयां भी खड़ी की हैं। तमाम प्रकोष्ठ बना कर उन तबकों को साधने की कोशिश की गई है।
आप ने मुद्दों पर व्यापक तैयारी की और कर रही है। हालांकि पार्टी ने दिल्ली में जीत के बाद कोई बड़ा आंदोलन नहीं किया। पर बीच-बीच में मुद्दे जरूर उठाती रहा ही है।