आम आदमी पार्टी ने अपने चुनावी कैंपेन सॉन्ग ‘जेल के जवाब में हम वोट देंगे’ को चुनाव आयोग द्वारा बैन किए जाने का आरोप लगाया है। अब चुनाव आयोग की ओर से इन आरोपों का विस्तार से जवाब दिया गया है। चुनाव आयोग ने पार्टी के इस चुनावी कैंपेन को केबल टेलीविजन नेटवर्क नियम 1994 का उल्लंघन बताया है। चुनाव आयोग ने इस गाने को लेकर 8 आपत्तियां बताई हैं। आयोग का कहना है कि हमारी ओर से इस गाने पर बैन नहीं लगाया गया है। इस कैंपेन में दूसरे दलों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है।

आम आदमी पार्टी ने क्या लगाया आरोप

आम आदमी पार्टी के ओर से रविवार को दावा किया था कि चुनाव आयोग ने पार्टी के लोकसभा चुनाव प्रचार के कैम्पेन सॉन्ग पर बैन लगा दिया है। 2 मिनट के इस गीत को पार्टी की ओर से प्रचार के लिए रिलीज किया गया था। इस गीत को पार्टी के नेता दिलीप पांडे ने लिखा था। पार्टी ने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग की ओर से इस गाने को बैन कर दिया गया है। उससे कहा गया है कि वह पार्टी के प्रचार में इस गाने का इस्तेमाल ना करे।

चुनाव आयोग ने क्या दिया जवाब

चुनाव आयोग की ओर से जवाब दिया गया कि पार्टी को इस गीत को लेकर केबल टेलीविजन नेटवर्क नियम, 1994 के तहत निर्धारित विज्ञापन संहिता और प्रमाणन के लिए 24 अगस्त 2023 को जारी एक पत्र के माध्यम से प्रसारित आयोग के दिशानिर्देश/मानदंडों के अनुसार कुछ संशोधनों के साथ प्रस्ताव फिर से जमा करने के लिए कहा गया है। चुनाव आयोग का कहना है कि इस गाने में कुछ तस्वीरें और वाक्य आपत्तिजनक हैं। इनमें बिना तथ्यों के सत्ताधारी दल पर आरोप लगाए गए हैं। इसके अलावा न्यायपालिका और पुलिस पर भी संदेह जताया गया है।

चुनाव आयोग ने जताई ये आपत्तियां

चुनाव आयोग की ओर से आम आदमी पार्टी को दिए गए जवाब में कुल 8 आपत्तियां दर्ज की गई हैं। इसमें कहा गया है कि कैंपेन सॉन्ग में आक्रामक भीड़ को सीएम अरविंद केजरीवाल की तस्वीर पकड़े हुए दिखाया गया है, जिसमें उन्हें सलाखों के पीछे दिखाया गया है। आयोग ने यह भी कहा कि यह वाक्यांश विज्ञापन में कई बार दिखाई देता है जो 24 अगस्त, 2023 के ईसीआई दिशानिर्देशों के प्रावधानों और केबल टेलीविजन नेटवर्क नियम, 1994 के तहत निर्धारित कार्यक्रम और विज्ञापन संहिता के नियम 6(1)(जी) का उल्लंघन करता है। इस वीडियो में प्रदर्शनकारियों और पुलिस की झड़प दिखाने वाली क्लिप के साथ ‘तानाशाही पार्टी को हम चोट देंगे’ वाक्यांश “स्पष्ट रूप से हिंसा भड़काता है।

वीडियो के एक हिस्से में ‘गुंडागर्दी के खिलाफ वोट देंगे’ और ‘तानाशाही करने वाली पार्टी को हम चोट देंगे’ जैसे वाक्यांश जेल में बंद ‘आप’ नेता मनीष सिसोदिया को पुलिस द्वारा ले जाते हुए दिखाने वाली क्लिप के साथ इस्तेमाल किए गए हैं। चुनाव आयोग का कहना है कि इसमें पुलिस को छवि को खराब करने और कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए गए हैं। इस गाने के एक हिस्से में कहा गया कि ‘आवाजें खिलाफ थीं जो सबको जेल में डाल दिया, उनको ही बाहर रखा जिसने इनको माल दिया। इतना लालच, इतनी नफरत, भ्रष्टाचारी से मोहब्बत’। इसमें सत्ताधारी दल और न्यायपालिका पर आक्षेप लगाए गए हैं।

इनपुट-एजेंसी