सूरत नगर निगम ने काम में लापरवाही करने की वजह से अपने सिक्योरिटी ऑफिसर की सैलरी काट दी है। नगर निगम सामान्य बोर्ड की बैठक में आपत्तिजनक बैनर दिखाने की परमिशन देने की वजह से सिक्योरिटी ऑफिसर की सैलरी काटी गई है। बीते 30 जुलाई को सूरत नगर निगम के मानसून सत्र में आम आदमी पार्टी के पार्षद ने गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्टर लगाया था। पोस्टर में खाड़ी के पानी को शहर में घुसने और बाढ़ आने से रोकने में सरकार के विफल रहने को लेकर आपत्तिजनक नारे वाला बैनर मेयर और कमिश्नर को दिखाया था। हालांकि वहां तैनात मार्शल ने उनसे बैनर छीन लिया।

इस मामले को लेकर सूरत नगर निगम के मुख्य सुरक्षा अधिकारी मेजर (सेवानिवृत्त) जागृत नाइक ने 30 को हुई सामान्य सुरक्षा बोर्ड की बैठक को लेकर प्रभारी शैलेश पारेख को 1 अगस्त को कारण बताओ का नोटिस जारी किया गया। बॉम्बे प्रांतीय नगर निगम अधिनियम के तहत नाइक ने गुरुवार को एक आदेश पारित करके पारेख का पांच दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया।

सुरक्षा अधिकारी ने माना हुई थी गलती

इस मामले में मुख्य सुरक्षा अधिकारी नाइक ने कहा, ‘अपने जवाब में शैलेश पारेख ने कबूल किया कि उन्हें आप पार्षद की जेब में कुछ छपी हुई सामग्री मिली थी (जब वे बैठक के लिए आ रहे थे) और उन्होंने उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन पार्षद ने सामग्री को अंदर ले जाने पर जोर दिया और उन्हें अनुमति दे दी गई। पार्षद के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करना पारेख का कर्तव्य था। हम ऐसी घटना को रोक सकते थे।’

65 हजार थी सैलरी

सूत्रों के अनुसार पारेख को सूरत नगर निगम से 65 हजार मासिक वेतन मिलता है। इसमें से नगर निगम ने 5 दिन का उनका वेतन काटने का निर्देश दिया है। नगर निगम में आप पार्षद की वजह से सुरक्षा अधिकारी को अपना वेतन गंवाना पड़ा है।