लोकसभा चुनाव में साथ मिलकर चुनाव लड़े कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की संभावनाओं को AAP के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर बयान देकर पूरी तरह खत्म कर दिया है। लोकसभा चुनाव के बाद अब एक विधानसभा चुनाव में दोनों दलों के बीच गठबंधन की चर्चा जारी थी, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि AAP अकेले ही चुनावी मैदान में जाने वाली और किसी तरह का गठबंधन नहीं होने जा रहा है। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गर्माहट बढ़ गई है। AAP, कांग्रेस और बीजेपी प्रचार में जुट चुके हैं। आम आदमी पार्टी ने उम्मीदवारों की दो लिस्ट भी जारी कर दी हैं।

अरविंद केजरीवाल का बड़ा बयान

समाचार एजेंसी एएनआई ने एक सोशल साइट एक्स पर सूत्रों के हवाले से लिखा था कि दिल्ली चुनाव में गठबंधन के लिए कांग्रेस और आप के बीच सहमति अंतिम चरण में है। कांग्रेस को 15 सीटें, अन्य भारतीय गठबंधन सदस्यों को 1-2 और बाकी आप को मिल सकती हैं। इस ट्वीट का जवाब देते हुए पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने लिखा,”आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन की संभावना नहीं है।”

केजरीवाल का यह बयान उन खबरों के बाद आया है जिनमें कहा गया था कि आप दिल्ली चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत के अंतिम चरण में है। यह पहली बार नहीं है जब आप नेता ने गठबंधन से इनकार किया है।

इस महीने की शुरुआत में केजरीवाल ने साफ तौर पर कहा था कि पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए कोई गठबंधन नहीं करेगी क्योंकि वह लगातार तीसरी बार सत्ता में आना चाहती है। आप 2015 से दिल्ली में सत्ता में है। लोकसभा चुनाव में दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन हुआ था। हालांकि 7 की 7 सीट बीजेपी ने जीती थी। हरियाणा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-आप का अलायंस हुआ था लेकिन विधानसभा चुनाव में दोनों दल अलग होकर ही लड़े थे।