देश में राज्यों में होने वाले चुनावों की तारीखों की घोषणा के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। इन राज्यों में आप पार्टी दिल्ली माडल के सहारे आगे बढ़ रही है और अन्य राज्यों में मुफ्त सुविधाओं को ही अपना अहम हथियार बना नही है। अब पार्टी जल्द ही प्रमुख चार राज्यों के लिए स्वयंसेवक भी तैयार करेगी, जो पंजाब, गोवा, उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में लगातार 30 दिन तक अपनी सेवाएं देंगे।

इस बार चुनाव आयोग ने भी साफ किया कि प्रचार की मुख्य कड़ी सोशल मीडिया होगी। इस निर्णय के बाद आप ने यह नई पहल शुरू की है। पार्टी के मुताबिक सोशल मीडिया के जरिए जनता को दिल्ली के माडल से जोड़ा जाएगा और इसी तर्ज पर आगामी चुनाव में मतदान करने की अपील की जाएगी। 14 फरवरी को होने वाले मतदान को पहले ही पार्टी ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी मुहिम से जोड़ दिया है और इसे पार्टी के लिए फायदे का सौदा बताया जा रहा है, क्योंकि इस दिन ही आम आदमी पार्टी का गठन हुआ था।

चुनाव वाले राज्यों में आप पार्टी ने चार मोर्चों को अपना हथियार बनाया है। इनमें बच्चों को अच्छी पढ़ाई, रोजगार के लिए अवसर, अच्छे अस्पताल और महिलाओं की सुरक्षा शामिल है। वहीं पंजाब राज्य में पार्टी विकास माडल को लेकर चुनाव मैदान में है। पार्टी का दावा है कि बीते सालों में आए राजनीतिक दलों ने पंजाब के विकास को रोका है। वहीं उत्तर प्रदेश राज्य के लिए पार्टी पहले ही अपना महिला कार्ड सामने रख चुकी है।

इसके तहत पार्टी ने राज्य में सरकार बनने के बाद 18 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को हर माह एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। हालांकि पार्टी की मुफ्त योजनाओं पर अन्य पार्टियां हमलावर हो रही हंै। जिस पर आप पार्टी ने इन दलों को घेरते हुए अब सोशल मीडिया पर हमले तेज कर दिए हैं।आप ने कहा, चुनाव से पहले आम जनता को जोड़ने के लिए नव परिवर्तन की शुरुआत है।

यह पहल उत्तराखंड से शुरू हुई है और आने वाले दिनों में सोशल मीडिया के माध्यम से ऐसे ही संवाद देश के अन्य राज्यों में भी किए जाने की तैयारी है। इसकी शुरुआत पार्टी के वरिष्ठ नेता व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने की है। पार्टी दावा कर रही है कि वह देश सेवा में शहीद हुए जवानों को एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद देगी और इन्हें सरकारी नौकरियों में भी जगह दी जाएगी।