न्यायालय ने कोविड-19 से लड़ने के लिए पीएम केयर्स फंड में मिली दान की राशि को राष्ट्रीय आपदा मोचन कोष (एनडीआरएफ) में स्थानांतरित करने का केंद्र को निर्देश देने से मंगलवार को इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पीठ ने एक गैर सरकारी संगठन की याचिका पर अपने फैसले में कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन कोष में स्वेच्छा से योगदान किया जा सकता है क्योंकि आपदा प्रबंधन कानून के तहत ऐसा कोई कानूनी प्रतिबंध नहीं है।

इस मुद्दे पर एक टीवी चैनल पर बहस के दौरान बीजेपी के पूर्व सांसद सुप्रीम कोर्ट पर भड़क गए। उन्होंने  टीवी एंकर से बहस के दौरान कहा कि जज भगवान नहीं है और कई जज न्याय नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता उदित राज ने कहा कि कई ऐसे जज हैं जिनके सामने मैं कह सकता हूं कि उन लोगों ने न्याय नहीं किया है।

फंड को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला दे दिया तो आप लोगों ने सुप्रीम कोर्ट को भगवान बना लिया। आप लोगों ने जजों को भगवान बना दिया। जज भगवान हैं गलती नहीं कर सकते। मैं नहीं मानता भगवान जजों को।इस पर एंकर ने कहा कि अगर आपसे कोई नहीं कह रहा कि आप जजों को भगवान मानिए।

एंकर ने कहा कि जिस दिन भगवान पर बहस होगी और आपसे मैं पूछूंगा तो आप भगवान को भी भगवान नहीं मानेंगे। इसलिए मसला जज को भगवान मानने या नहीं मानने का नहीं है। मसला इस समय पीएम केयर फंड का है। अदालत में आपको यकीन नहीं है यह आपका निजी बयान है या कांग्रेस का बयान है?